बी सी सी एल की देवप्रभा आउटसोर्सिंग कंपनी बना रणक्षेत्र, अलकडीहा थाना क्षेत्र गोली और बमबाजी की आवाज़ से दहल उठा
धनबाद — बिल्ली की गले में घंटी कौन बांधेगा यह शीर्षक पिछले अंक में इन आउटसोर्सिंग कंपनियों के खिलाफ मैंने हमारे चैनल के माध्यम से प्रकाशित किया था और बी सी सी एल समेत कई प्रशासनिक आलाधिकारी से पूछा था कि जनता जवाब मांग रही हैँ और कौन देगा जवाब तब भी किसी विभाग स्वयं इस मामले में संज्ञान ना लेकर इन आउटसोर्सिंग कंपनियों को मनमर्जी करने को छोड़ दिए है जबकि यहीं गलत हैँ और आज ज़ब बात जनता के हक की उठ रही हैँ तब ये लोग गोली और बम लेकर जनता को मार रहे हैँ और सभी लोग तमाशबीन की भांति इनके आगे नतमस्तक हैँ यहीं गलत हैँ किन्तु हिसाब तो इन आउटसोर्सिंग कंपनियों को देना होगा कि कब तक ये लोग गुंडे के बल पर कोयला खनन करेंगे और बी सी सी एल प्रबंधन भी कान में तेल डालकर ना सोये अन्यथा किसी बड़ी घटना से इंकार नहीं किया जा सकता हैँ जबकि परिस्थिति तो यहीं बयां कर रही हैँ पाठकों आज का मुख्य मुद्दा अलकडीहा के सुरंगा व मुकुन्दा मौजा के रैयतों के जमीन के बदले नियोजन और मुआवजा दिए बगैर जबरन ओबी डंपिंग कार्य करने के विरोध में जबकि झरिया अंचल अधिकारी के द्वारा देवप्रभा आउटसोर्सिंग प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज करने के बावजूद प्रबंधन द्वारा निरंतर ओबी डंप किए जाने के मामले को गंभीरता से ले शनिवार को ग्रामीणों ने पांडव रजक ,कपूर गोराई ,एवं विरोध रजक के नेतृत्व में सुरंगा से आक्रोश रैली निकाली वहीँ रैली में शामिल सैकड़ों महिला पुरुष ग्रामीणों ने प्रबंधन विरोधी नारे लिखे तख्तियां हाथों में लेकर ओबी डंपिंग कार्य को बंद कराने साउथ तिसरा पहुंचे। जहां ओबी डंप के उपर खड़े देवप्रभा आउटसोर्सिंग परियोजना के समर्थकों ने ग्रामीणों को परियोजना में आने से रोकने हेतु ग्रामीणों पर जमकर पत्थरबाजी करते हुए दनादन आठ फायरिंग कर दिया और आधा दर्जन बम विस्फोट कर क्षेत्र में सनसनी फैला दी वहीँ गोली बम चलते ही ग्रामीणों में भगदड़ मच गयी। अंततः ग्रामीणों ने गोल्बद्ध होकर मोर्चाबंदी कर पुलिस की मौजुदगी में ओबी डंप के उपर चढ़कर डंप पर खड़े आउटसोर्सिंग समर्थक गुंडों को खदेड़ दिया। घटना के दौरान पुलिस कर्मी की संख्या कम रहने के चलते हमलावरों के तांडव के आगे पुलिस पुरी तरह बेबस दिखी। इस दौरान आक्रोशित ग्रामीणों ने एक हमलावर उमेश महतो को पकड़कर जमकर पिटाई कर गंभीर रूप से जख्मी कर पुलिस के हवाले कर दिया जबकि ग्रामीणों ने देवप्रभा आउटसोर्सिंग के गुंडों के दो मोटरसाइकिलों में आग लगाकर फूंक दिया तथा एक मोटरसाइकिल को क्षतिग्रस्त कर दिया है जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया हैँ ।वहीँ मौके से पुलिस ने एक बड़ा जिंदा सुतली पलीता बम तथा एक फरसा को जब्त किया है।हालांकि फरसा जब्ती के दौरान पुलिस को ग्रामीणों के विरोध का भी सामना करना पड़ा है। इधर आउटसोर्सिंग परियोजना प्रबंधन के समर्थकों द्वारा ग्रामीणों पर किए गए अंधाधुंध पत्थरबाजी में उषा देवी ,आलोचना देवी _गंगामनी देवी ,शकुंतला देवी ,अन्कुरी देवी , पांडव रजक ,राहुल कुंभकार आदि सहित लगभग एक दर्जन लोग घायल हो गए हैँ वहीँ घटना के विरोध में सारे ग्रामीण एकजुट होकर आउटसोर्सिंग परियोजना को बंद कराने को दोपहर में मार्च करने लगे तभी पुलिस ने ग्रामीणों के आक्रोश देख ग्रामीणों कि भीड़ को रोका। भीड़ को अनियंत्रित होता देख अलकडीहा ओपी प्रभारी आशीष यादव एवं तिसरा थाना प्रभारी एसके विश्वकर्मा के नेतृत्व में पुलिसकर्मियों ने ग्रामीणों पर लाठीचार्ज कर खदेड़ दिया। ग्रामीणों ने लाठीचार्ज के विरोध में सुरंगा तालाब के समीप एक सभा कर पुलिस पर आउटसोर्सिंग प्रबंधन एवं उसके गुंडा सतीश महतो पर पक्षपाती करने का आरोप लगाते हुए चेतावनी दिया कि अगर पुलिस ने पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाकर हमलावरों को बचाने का प्रयास किया तो पुलिस के खिलाफ जनजागरण आंदोलन किया जाएगा और वरीय पुलिस अधीक्षक से मिलकर अपनी बात भी रक्खी जायेगी जबकि हमारा आंदोलन शांतिपूर्ण था,
वहीँ इस मामले को लेकर अलकडीहा ओ पी प्रभारी आशीष यादव ने कहा कि — देवप्रभा आउटसोर्सिंग प्रबंधन को क्षेत्र में शांति स्थापित करने हेतु ग्रामीणों को हो रही समस्या का समाधान करनी चाहिए। ग्रामीणों एवं आउटसोर्सिंग समर्थकों के बीच पत्थरबाजी की घटना हुई है। घटनास्थल से एक बम मिला है लेकिन गोली बम चलने की कोई घटना नहीं हुई है। पुलिस ने कार्रवाई कर दोनों पक्षों को खदेड़ कर स्थिति को नियंत्रित किया है। मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई कि जाएगी।
बहरहाल मामला जो भी रहा हो किन्तु अभी भी ज्यादा देर नहीं हुई हैँ और बी सी सी एल प्रबंधक अपनी इन आउटसोर्सिंग कंपनियों पर लगाम लगाए अन्यथा जनता जिस दिन सड़क पर आकर खड़ी हो गई उस दिन बी सी सी एल प्रबंधन को जवाब देना भारी पड़ेगा कूछ ऐसा ही माहौल इन आउटसोर्सिंग कम्पनियाँ बना रही हैँ तभी तो मैंने पहले ही लिखा था कि बिल्ली के गले में घंटी बांधेगा कौन,
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