भारी बारिश के कारण बराकर और दामोदर नदी उफान पर, पंचेत और मैथन डैम ने छोड़ा पानी
कल्याणेश्वरी/सालानपुर। गुलाब चक्रवात के कारण पिछले दो दिनों से लगातार हो रहे मुसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। खेतों, तालाबों, कुंओं समेत कुछ इलाकों में जल भर गया है। सालानपुर एरिया के कोलियरियों में उत्पादन प्रभावित हुआ है। मैथन डैम का जलस्तर तीन फीट और पंचेत डैम का जलस्तर चार फीट बढ़ गया है। बढ़ते जलस्तर को देखते हुए पश्चिम बंगाल में बाढ़ की आशंका को लेकर तटवर्ती इलाकों में प्रशासन द्वारा अलर्ट जारी कर दिया गया है। गुरुवार के दोपहर मैथन डैम का जलस्तर 483 फीट और पंचेत डैम का जलस्तर 416 फीट हो गया है। मैथन में औसतन वर्षा 400 मिमी रहा। बीते 30 सितंबर 2019 को मैथन डैम का जलस्तर 490 फीट और पंचेत डैम का 419 फीट रिकॉर्ड दर्ज किया गया था।
इसी वर्ष 30 जुलाई को दोनों डैमों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर हो गया था। मैथन डैम के खतरे का निशान 495 फीट और पंचेत डैम का 425 फीट है। ऊपरी क्षेत्रों से काफी अधिक मात्रा में बारिश होने के कारण मैथन डैम में स्टॉक हो रहा है। हालांकि दोनों ही डैम अभी खतरे के निशान से काफी दूर है। डीवीसी के हाइड्रोलॉजी विभाग और केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) लगातार डैमों पर निगरानी कर रही है। मैथन तथा पंचेत डैम से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे डैम के जलाशय को नियंत्रित रखा जा सके।
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