डाबर कोलयरी में कार्यरत कर्मी के मौत के बाद, मुआबजा एवं नियोजन की मांग को लेकर हंगामा, शव के साथ प्रदर्शन
सालानपुर। इसीएल सालानपुर एरिया अंतर्गत डाबर कोलयरी ओसीपी खदान में डंपर ऑपरेटर की अस्पताल में इलाज के दौरान हुई मौत से आक्रोशित परिजनों ने नौकरी की मांग करते हुए शव को लेकर डाबर कोलयरी प्रबंधक कार्यालय के समक्ष घंटों प्रदर्शन किया।
घटना के संदर्भ में बताया जा रहा है कि बीते 6 सितंबर संतोष बारुई नामक ईसीएल कर्मी डाबर कोलयरी में डंपर ऑपरेटर ड्यूटी में थे।
अचानक उनके सर मे चक्कर आने के कारण वह मूर्छित होकर गिर गया, जिसके बाद उन्हें तत्काल ईसीएल के साकतोड़िया अस्पताल ले जाया गया।
जहाँ उनकी हालत गंभीर देख डॉक्टर ने उन्हें दुर्गापुर के एक निजी अस्पताल रेफर कर दिया।
जहाँ इलाज के दौरान बुधवार को उनकी मृत्यु के बाद परिजनों ने ईसीएल प्रबंधन पर आरोप लगाया कि स्थानीय डिस्पेंसरी में ताला लगा था जिसके कारण उन्हें तत्काल इलाज नही मिल पाया।
परिजनों ने बुधवार को श्रमिक नेता दिनेश लाल श्रीवास्तव अगुवाई में शव को डाबर कोलयरी प्रबंधन के मुख्य गेट के सामने रख दिया, साथ ही तत्काल मृतक ईसीएल कर्मी के आश्रित परिवार को नोकरी एंव मुआवजा की मांग पर बैठ गये।
श्रमिक नेता दिनेश लाल श्रीवास्तव ने कहा की अगर संतोष को सही समय पर इलाज होती तो मौत नही होती।
बाद में ईसीएल इसीएल प्रबंधन के साथ यूनियन नेताओं एंव परिजनों की बैठक हुई जिसमें 40 दिनों के भीतर मृतक के परिजन को नोकारी देने पर सहमति के बाद मामला शांत हुआ।
डाबर कोलियरी के एजेंट दिनेश कुमार प्रशाद ने कहा कि मृतक के परिजन के नोकरी की जॉइनिंग की जो भी कार्य है वो हमलोग 40 दिनों के भीतर कर देंगे, साथ ही उन्होंने ने डिस्पेंसरी के बंद होने के आरोप को बेबुनियाद बताया।

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