गुरू गोबिन्द सिंह स्टडी सर्कल के तत्वाधान में सिख धर्म के इतिहास जानने के लिए एक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया
रानीगंज । गुरू गोबिन्द सिंह स्टडी सर्कल के तत्वाधान में रानीगंज गुरुद्वारा परिसर में शहीद भाई तारू सिंह जी के शहीदी को समर्पित एक प्रश्नोत्तरी मुकाबला आयोजित किया गया। जिसमें शहर के 50 सिख प्रतियोगियों ने हिस्सा लिया। मुख्य रूप से उपस्थित गुरु गोबिंद सिंह स्टडी सर्कल के गुरवीन्द्र सिंह ने कहा कि सिख इतिहास की जानकारी सभी सिख परिवारों को भी होनी चाहिए, इसलिए इस तरह की प्रतियोगिताओं का आयोजन होना बहुत जरूरी है। स्टडी सर्कल से पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड एवं अन्य राज्यों में लगातार इस तरह के कार्यक्रम हो रहे हैं। जिससे सिख बच्चों में हमारे धर्म के प्रति पूरी जानकारी हो सके । इस प्रतियोगिता में अश्मित कौर, श्वेता अरोड़ा एवं दिलराज कौर हनी को पुरस्कृत किया गया।
सरदार बलजीत सिंह बग्गा ने कहा कि सिख इतिहास शहीदों का इतिहास है। भाई तारु सिंह जी जो अपनी जान हथेली पर रखकर सिंघो को गुप्त मार्ग द्वारा अन्न, पानी पहुँचाने की सेवा करते थे। धर्म की रक्षा के लिए भाई तारु सिंह जी को केश कटवा कर इस्लाम कबूल करने को कहा गया तो उन्होंने उत्तर में कहा है कि मैं शीश कटवा सकता हूँँ। मगर परमात्मा की दी हुई प्यारी व पवित्र दात केश नहीं कटवा सकता ।खुरपी से खोपड़ी उतरवाने वाले सिख भाई तारु सिंह जी की यह धन्य कमाई सदा के लिए अमर हो गई । इनकी महान कुर्बानी को सिख पंथ की रोजाना की अरदास द्वारा सम्मान प्रदान किया जाता है । प्रश्नोत्तरी मुकाबला में तीन प्रतियोगियों को सर्टिफिकेट के साथ देकर सम्मानित किया गया।
इस मौके पर गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के अध्यक्ष हरजीत सिंह, बग्गा ,सचिव रवीन्द्र सिंह एवं अन्य पदाधिकारियों ने प्रतियोगियों को पुरस्कृत किया।
Copyright protected
झारखण्ड न्यूज़ की महत्वपूर्ण खबरें
Quick View