मगही भोजपुरी मैथिली संस्कृति बचाओ मंच के द्वारा मसाल जुलूस निकाल कर किया गया विरोध प्रदर्शन
धनबाद। केंदुआ क्षेत्र के अंतर्गत मगही भोजपुरी मैथिली संस्कृति बचाओ मंच के द्वारा धनबाद तथा बोकारो जिले से मगही भोजपुरी अंगिका भाषा को क्षेत्रीय भाषा से हटाए जाने के विरोध में चरणबद्ध आंदोलन में दिनांक 14 मार्च 2022 को धनबाद जिला अंतर्गत करकेंद चौक से मशाल जुलूस के साथ केंदुआ बाजार में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो कॉंग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर मंत्री आलमगीर आलम का पुतला दहन कर विरोध प्रकट किया इस कार्यक्रम का नेतृत्व अभिषेक सिंह उर्फ बंटी सिंह तथा निवर्तमान पार्षद शैलेंद्र सिंह ने किया विरोध प्रकट करते हुए मंच के संयोजक मदन राम ने अपनी बात रखते हुए कहा कि भाषाई आंदोलनकारियों को शिक्षा मंत्री लूटेरा बोलते हैं यदि मंत्रियों का संपत्ति जाँचा जाए तो आज झारखंड के जनता के मेहनत की कमाई सरकारी खजाना उनके घर पर मिलेगा मंत्री अनर्गल बयान देकर हमारे आंदोलन को भटकाने का प्रयास कर रहे हैं।
मंच के प्रवक्ता जितेंद्र पासवान ने कहा कि भाषाई आंदोलन पर मुख्यमंत्री कुंभकरण की नींद सोए हुए हैं, जिसका परिणाम उन्हें जल्द भुगतना पड़ेगा कार्यक्रम के नेतृत्व कर्ता बंटी सिंह एवं शैलेंद्र सिंह ने कहा कि यदि झारखंड में मगही भोजपुरी अंगिका भाषा का सम्मान झारखंड सरकार नहीं करती है और धनबाद में क्षेत्रीय भाषा में लागू नहीं करती है, तो हमारे मंच देश के राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री को इस समस्या का अवगत कराने दिल्ली तक जाएँगे धनबाद से आए अविनाश सिंह कहा कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होती तब तक हम लोग संघर्ष करते रहेंगे इसके लिए हमें प्राणों की आहुति देना पड़े तो हम पीछे नहीं रहेंगे। आज के इस विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से उपस्थित हैं, बंटी सिंह शैलेंद्र सिंह मदन राम जितेंद्र पासवान मनन यादव समरेंद्र पासवान अविनाश सिंह विजय सिंह सुमित्रा देवी राज, अनीश, प्रिंस, मंटू ,अमर, महेश ,संजय, सूरज, संजीत ,प्रकाश सिंह, अभिजीत ,पप्पू, योगीराज, वीर बहादुर, सावित्री देवी, रीना देवी ,पिंकी देवी ,बुद्धा देवी, पूनम देवी, सरिता देवी ,के अलावा सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित थे।

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