पपरो स्कूल परिसर भवन निर्माण कार्य में ग्रामीणों ने डाला रुकावट, महिला पुलिस की मौजूदगी में प्रशासन ने करवाया भवन का कार्य शुरू
चौपारण प्रखंड के चैथी पंचायत के ग्राम पपरो में 26 पंचायत का एक मात्र गर्ल्स स्कूल वर्षों से विवाद में घिर कर विद्यालय भवन के स्थिति जर्जर बनी हुई है, लेकिन विवाद के कारण ना तो भवन का ना तो जीर्णोद्धार हो पा रहा है, और ना ही नयी भवन बन पा रहा है। इसी को लेकर विद्यालय प्रबंधन के द्वारा प्रशासन से विद्यालय परिसर में मौजूद रहने का आग्रह किया गया था, ताकि भवन निर्माण शांतिपूर्ण माहौल में हो सके। इसी को लेकर गुरुवार को थाना प्रभारी स्वपन कुमार महतो के नेतृत्व में हजारीबाग से आई महिला पुरुष पुलिस बल की मौजूदगी में भवन का निर्माण कार्य कराया जा रहा है।
इसी संबंध में विद्यालय प्रबंधन प्रधानाचार्य मोहम्मद शहाबुद्दीन ने बताया कि 3 एकड़ 56 डिशामिल मधे 3 एकड़ 16 डिशामिल भूमि में विद्यालय का निर्माण हुआ है, जबकि गाँव के खरवार जाति के कुछ लोगों के द्वारा दावा किया जा रहा है, कि जमीन उसकी है, बरहाल लगभग 35 वर्षों से विद्यालय में पठन-पाठन का कार्य चल रहा है, और इसके लिए विद्यालय प्रबंधन एवं स्थानीय प्रशासन प्रयासरत है, कि बिना किसी विवाद के पठन-पाठन का कार्य सुचारु रूप से चल रहे हैं। विरोध कर रहे हैं, कुछ परिवार ने बताया कि विद्यालय निर्माण के समय प्रबंधन के द्वारा या लिखित रूप से कमिटमेंट किया गया था, कि उसके परिवार से एक व्यक्ति की चपरासी की नौकरी यहाँ पर दी जाएगी लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है।
ज्ञात हो कि 2015 सर्व शिक्षा अभियान द्वारा भवन हीन गर्ल्स हाई स्कूल को चार कमरे का भवन के लिए प्रबंधन समिति खाता में 12 लाख 48 हजार रुपए आवंटित किया गया था। प्रशासन के समक्ष भवन निर्माण का कार्य प्रबंधन एवं विद्यालय विकास समिति के द्वारा किया जा रहा है। प्रधानाध्यापक शहाबुद्दीन ने बताया कि इसके पूर्व तीन बार भवन निर्माण का काम शुरू किया गया था। जैसे गाँव के कुछ लोग अपना भूमि कहाँ कर विवाद खड़ाकर निर्माण कार्य रोक दिया करता था।

Copyright protected
झारखण्ड न्यूज़ की महत्वपूर्ण खबरें

Quick View