मेड़बंदी के नाम पर मची है लूट, जाँच करने की उठी मांग
चौपारण जेएमएम जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र राणा ने उपायुक्त को आवेदन लिखकर मनरेगा के अंतर्गत मेड़बंदी काम कराया गया है। जिसमें जाँच करने की मांग करते हुए इन्होंने लिखा है, कि मनरेगा के अंतर्गत मेड़बंदी का काम कराया गया है। और निजी लोगों को यह लाभ दिया गया है। जबकि यह योजना पहाड़ी क्षेत्र के लिए उपयुक्त है, परंतु जो गाँव के जमीन समतल है, एवं खेत भी समतल है। कराया गया है, क्योंकि हर खेत में पूर्व से मेड़बंदी सर्वे से है, और मेड़बंदी की आवश्यकता नहीं है। फिर भी कमीशन खोरी की गई है। जो कि इस कार्य में रोजगार सेवक बीपीओ एवं कृषक के मिलीभगत से मेड़बंदी कार्य किया जा रहा है, और ऊपरोक्त योजना से पैसे का बंदरबाँट किया जा रहा है और यह योजना जमीन पर कम पेपर पर ज्यादा किया गया है, जो कि पूरे चौपारण प्रखंड में कार्य नहीं हुआ है। अर्थात यह एक मनरेगा योजना में बहुत बड़ा घोटाला है। श्रीमान से निवेदन है कि चौपारण प्रखंड में घोटाला का जमीनी हकीकत की जाँच पड़ताल कर इस कार्य से जुड़े लोगों पर कानूनी कार्यवाही करने की कृपा करें।
अक्सर अंसारी , चौपारण
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