सहारा इंडिया के एजेंट अरुण रावानी की मौत,एक झोला छाप डॉक्टर की लापरवाही सामने आई
लोयाबाद में सहारा इंडिया के एजेंट अरुण रावानी की मौत हो गई। इसमें एक झोला छाप डॉक्टर की लापरवाही मानी जा रही है। झोलाछाप डाक्टर ने अपने ऊपर कार्यवाही से बचने के लिए पीड़ित परिवार को कुछ रकम हर्जाने के तौर पर चुकाने का वादा किया है।ताकि मामले का लीपापोती हो जाये।
रविवार को अरुण का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया
रविवार को अरुण का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया है। एजेंट कई महीनों से मानसिक परेशानी में था। कहा जा रहा है कि एजेंट, सहारा इंडिया के मैच्युरिटी में देरी की वजह से कस्टमर का काफी प्रेशर झेल रहा था,एजेंट अपने सभी ग्राहकों को समझा कर परेशान व थक चुका था,मानसिक परेशानी को कम करने के लिए एजेंट मॉर्निंग व इवेनिंग दोनों समय का वाकिंग भी करने लगा था,लेकिन फिर भी उसकी मानसिक परेशानी बढ़ती गई।
झोलाछाप डॉक्टर से इलाज शुरू हुआ, हालत सुधरने की जगह और बिगड़ी
पास के ही एक झोलाछाप डॉक्टर से इलाज शुरू हुआ। एजेंट की हालत सुधरने की बजाय और बिगड़ गई। आरोप है कि फिर उस झोलाछाप डॉक्टर ने एजेंट मरीज के नस मैं ऐसा इंजेक्शन लगाया कि वह मृत अवस्था में चला गया।आसपास के लोग उसी अवस्था में धनबाद शहर के एक चर्चित नामी अस्पताल ले गए।लाख जतन और कोशिश के बाद भी एजेंट को बचाया नहीं जा सका। मृतक अरुण के भाई उमेश रावानी ने कहा कि ये डॉक्टर मेरे भाई के साथ क्या किया ये जाने, मेरा एकदम स्वस्थ था,डाक्टर ने कुछ गलत दवाई चला दिया है,जिससे मेरे भाई मर गया।
झोलाछाप डॉक्टर के प्रति लोगों का आक्रोश बढ़ रहा है
एजेंट के मौत के बाद झोलाछाप उस डॉक्टर के प्रति लोगों का आक्रोश बढ़ रहा है। इस संबंध में जब उपचार करने वाले डॉक्टर से पूछा गया तो कहा, एक सप्ताह पहले मेरे से बुखार की दवाई लिया था,बाद में उसका बुखार काफी बढ़ गया।दोबारा मैन उसे घर पहुँचा दिया। मैंने पीड़ित परिवार को कोई रकम देने का वादा नहीं किया है। इलाज करने वाले डॉक्टर ने कहा कि मेरे पास इंडियन एलोपैथी डिप्लोमा का डिग्री है।

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