बराकर में मिला विलुप्त प्रजाति का बाज़, वन विभाग को सौंपा
बराकर। शुक्रवार को विलुप्त प्रजाति की इंडियन फाल्कन ईगल बर्ड्स के एक बच्चा बराकर स्थित मुखर्जी परिवार के घर में पाया गया। जिसे वन विभाग को सौंपा गया।
मुखर्जी परिवार के सदस्य पल्लव मुखर्जी ने कहा कि शुक्रवार के करीबन 3 बजे के आसपास हमारे घर के एक नीम के पेड़ के नीचे मैंने उक्त बाज़ को देखा। जिसे एक बिल्ली ने मारने के लिए ताक लगा कर बैठा था। मैंने यह दृश्य देखकर काफी मुश्किल से उस पक्षी को पकड़ कर एक बांस के झुरी के नीचे रखा और तुरंत वन विभाग के अधिकारी का नम्बर पर फ़ोन कर इसकी जानकारी दी। जिसके बाद वन विभाग के अधिकारी के निर्देश पर फॉरेस्ट गॉर्ड रघुनाथ सामन्त अपने साथी राजू दास के साथ आएं और उक्त पक्षी को अपने साथ लेकर चला गया। मौके पर फॉरेस्ट गॉर्ड रघुनाथ सामन्त ने बताया कि इस पक्षी का नाम इंडियन फाल्कन है जिसकी संख्या कम होती जा रही है।
बाज पक्षी को हम ईगल या शाहीन भी कहते हैं। जिस उम्र में बाकी परिंदों के बच्चे को चिचियाना सिखाते हैं, उस उम्र में एक मादा बाज अपने चूजे को पंजे में दबोच कर सबसे ऊंचा उड़ जाती है। और उसे वहाँ से छोड़ देती। वहीं नहीं उड़ पाने पर धरती के करीब आते ही उसे अपने पंजो से जकड़ लेता। एक कमांडो की तरह यह ट्रेनिंग तब तक चलता है जबतक व्व बाज़ उड़ना ना सिख जाए।

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