स्थानांतरण के आदेश का पालन क्यों नहीं कर रहे अभियंता , सवाल पूछने पर जीएम भड़के
लोयाबाद सिजुआ क्षेत्र का कनकनी कोलियरी इन दिनों अभियंता विहीन है जबकि इसी क्षेत्र के तेतुलमारी में चार-चार अभियंता कार्यरत हैं । इसी पर महाप्रबंधक आशुतोष द्विवेदी से सवाल करने पर भड़क गए और कहा कि मीडिया की दखलंदाजी मुझे पसंद नही
स्थानांतरण के आदेश का अभियन्ताओं ने नहीं किया पालन
ज्ञात हो कि 20 अप्रैल को तीन अभियंता को हस्तांतरण का आदेश निकाला गया। वर्षों से जमे दिलीप कुमार को मोदीडीह भगिरत महतो को कनकनी एवं सागर मीणा को तेतुलमारी भेज दिया गया। इंजीनियर सागर मीणा को छोड़ किसी ने भी इस आदेश का पालन नहीं किया गया।
इंजीनियर एवं जीएम की मन मौजी मिज़ाज से कनकनी कोलियरी इस वक्त अभियंता विहीन बना हुआ है। निचितपुर कोलियरी में करीब 20 साल प्रबंधक रानू रंजन पैर जमाये हुए हैं । सिजुआ क्षेत्र में ऐसे कई अधिकारी हैं जो सालों से एक ही कोलियरी या फिर एक ही एरिया में जमे हुए हैं। बताया जा रहा है कि दिलीप कुमार पिछले 10 वर्षों से तेतुलमारी कोलियरी में ही जमे हुए हैं। मजदूरों एवं यूनियन नेताओं की माने तो बीसीसीएल के अधिकारियों की इस मन मर्ज़ी मिज़ाज के पीछे भ्रष्टाचार की जमी हुई जड़ है।
बांसजोड़ा में हाजिरी बाबू की गिरफ्तारी से भ्रष्टाचार की एक शृंखला का खुलासा हुआ
कहा जाता है कि मोटी कमाई की वजह से अधिकांश अधिकारी अपना स्थान बदलना नहीं चाहते हैं। भ्रष्टाचार की एक कड़ी का यहाँ तब उजागर हुआ जब 05 मई को बाँसजोड़ा में सीबीआई की टीम ने रिश्वत लेते एक क्लर्क को गिरफ्तार किया था। इसमें केलव क्लर्क ही लिप्त नहीं थे, बल्कि पूरी चैन की सिर्फ एक कड़ी सीबीआई के हत्थे चढ़े हैं । विजलेंस जाँच होने से अधिकारियों के चेहरे से भी नकाब उतर जाएगा ।
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