सिखों के नौवें गुरु ,गुरु तेग बहादुर साहिब जी का 344 वां शहादत दिवस मनाया गया
रानीगंज । हिंद की चादर कहलाने वाले गुरु तेग बहादुर साहिब जी का शहादत दिवस के अवसर पर शिशु बागान मैदान में भव्य समारोह का आयोजन किया गया जिसमें अमृतसर के सुप्रसिद्ध ज्ञानी जत्था भाई सरबजीत सिंह ,रामदास,एवं राष्ट्रीय सिख धर्म धर्म प्रचारक पंजाब के परमपाल सिंह गुरु की वाणी संगतो को सुनाकर निहाल किया ।
सिख वेलफेयर सोसायटी के सहयोग से रक्तदान शिविर का भी आयोजन हुआ एवं नगर निगम की तरफ से स्वास्थ्य जाँच शिविर का भी आयोजन किया गया । , दोपहर के पश्चात नगर कीर्तन निकाला गया । इस कार्यक्रम में दूर-दराज इलाकों से भी हजारों की संख्या में सिख संगत उपस्थित थी ।
पंजाब के प्रचारक परमपाल सिंह ने बताया कि सिखों के नौवें गुरु जिन्होंने धर्म व मानवता की रक्षा करते हुए अपने प्राण की कुर्बानी दी थी विश्व इतिहास में धर्म एवं मानवीय मूल्य आदर्श एवं सिद्धांत की रक्षा के लिए प्राणों की आहुति देने वालों में गुरु तेग बहादुर साहिब का स्थान आदित्य है ।
गुरुजी का बलिदान ना केवल धर्म पालन के लिए नहीं अपितु समस्त मानवीय सांस्कृतिक विरासत की खातिर बलिदान था किसी दूसरे धर्म की आस्था की रक्षा के लिए बलिदान देने की एकमात्र मिसाल है गुरुजी की शहादत । नगर कीर्तन में शामिल सिख पुरुष महिलाओं ने गुरु की बानी कीर्तन के माध्यम से सिमरन करते रहें नगर कीर्तन पूरे शहर के विभिन्न मार्गो से होते हुए वापस रानीगंज गुरुद्वारा पहुँचे विभिन्न मार्गों पर समाज सेवी संस्थानों के द्वारा चाय, पानी, नाश्ता एवं प्रसाद की व्यवस्था की गई थी।
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