तृणमूल से भाजपा में गए सौ परिवार तृणमूल में वापस लौटे कहा भूल हो गयी थी
बाराबनी। बाराबनी ब्लॉक अंतर्गत दोमहानी काशीडांगा गाँव एक बार फिर तृणमूल कॉंग्रेस के रंग में रंग गया और जिला परिषद सदस्य सह बाराबनी तृणमूल अध्यक्ष असीत सिंह, जिला परिषद सदस्य पूजा माड्डी एवं सेंटू भुइयाँ की उपस्थिति में रविवार की देर संध्या 100 परिवार ने भाजपा को अलविदा कहते हुए तृणमूल का दामन थाम लिया।
काशीडांगा के सोमेश महाली एवं निर्मल महाली ने कहा कि कमल की फूल हमलोगों की बड़ी भूल थी। कुछ गलतफहमी के कारण यहाँ के लोग पंचायत चुनाव के समय भाजपा में चले गए थे। किंतु भाजपा सिर्फ ग्रामीणों को मुंगेरी लाल के हशीन सपनें ही दिखते राह गए। भाजपा की नींव झूठ की बुनियाद पर टिकी है। जिससे आम जनता का भला होने वाला नहीं है। यही कारण है कि आजकाशीडांगा के 100 परिवार ने भाजपा को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया है।
जिला परिषद सदस्य सह बाराबनी तृणमूल अध्यक्ष असीत सिंह ने कहा अगर सुबह का भूल शाम को घर लौट आये तो उसे भूला नहीं कहते, काशीडांगा महालीपाड़ा पूरा गाँव तृणमूल कॉंग्रेस का था किंतु कुछ भाजपाई के बहकावे में आकर गाँव वालों ने तृणमूल का साथ छोड़ दिया था। अब पुनः ग्रामीण सोमेश महाली, निर्मल महतो एवं मंजय भुइयाँ की अगुवाई में घर लौट आये है।
उन्होंने कहा कि गाँव में बुनियादी सुविधाएं सड़क पानी, की समुचित व्यवस्था नहीं है, जिसे जल्द विधायक विधान उपाध्याय के नेतृत्व पूरा करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा पश्चिम बंगाल का एकमात्र विकास माँ मांटी मानुष सरकार के नेतृत्व में संभव है बाकी सब छलावा है। मौके पर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
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