साइबर सुरक्षा पर एनआईटी दुर्गापुर में दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित हुई
साइबर सुरक्षा और तकनीक पर एनआईटी और विज्ञान भारती (विभा ) के संयुक्त तत्वाधन में एनआईटी दुर्गापुर में दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित की गयी । 13-14 सितंबर को आयोजित इस कार्यशाला में देश भर से एनआईटी, आईआईटी सहित कई संस्थानों के प्रोफेसर वक्तव्य देने के लिए पहुंचे ।
सबसे पहले मंचासीन अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित की गयी उसके बाद विज्ञान भारती के राज्य कमिटी के सदस्य डॉ0 आनंद पाण्डेय ने सरस्वती वंदना कर कार्यक्रम की शुरुआत की। विभा के संयोजक डॉ एके हिमांशु ने स्वागत भाषण दिया । फिर डॉ0 अनुपम बॉस, प्रो0 बिमल कुमार राय डॉ जोयदीप हलदार इत्यादि अतिथियों ने अपने वक्तव्य दिये ।
इस कार्यशाला में विद्यार्थियों को साइबर सुरक्षा और एथिकल हैकिंग के बारे में जानकारी दी गयी । नेशनल स्टैटिस्टिकल कमीशन के चेयरमैन प्रो0 बिमल कुमार रॉय ने बताया कि साइबर सुरक्षा एक शह और मात का खेल है । जिसमें कभी हम जीतते हैं और कभी हैकर । साइबर सुरक्षा के लिए हम नयी – नयी तकनीकें बनाते हैं और उसे तोड़ने के लिए हैकर भी नए – नए तरीके ईजाद करते हैं । या एक सतत प्रक्रिया है और हर समय साइबर सुरक्षा के तकनीकों को अपडेट करते रहना पड़ता है ।
एनआईटी के निदेशक डॉ अनुपम बसु ने कहा कि इस कार्यशाला में विद्यार्थियों को साइबर सुरक्षा और उससे जुड़ी तकनीकों एवं चुनौतियों की जानकारी दी जाएगी जो आज के दौर में बहुत ही महत्वपूर्ण है ।
इस कार्यशाला में प्रेसीडेंसी कॉलेज, आईआईटी खड़गपुर , आईआईटी हैदराबाद , डीआरडीओ , विज्ञान प्रसार, भारत मानिकीकरण संस्थान से व्याख्याता पहुंचे और अपने व्याख्यान दिये ।
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