कोलियरी सुरक्षा टीम ने ध्वस्त किया अवैध डीपो, 33 टन कोयला जब्त, स्थानीय पुलिस थी अनजान
सोनपुर बाजारी की विभागीय सुरक्षा टीम ने सूचना मिलने पर अवैध कोयला डिपो को खुलने के पहले ही उसमें जामा लगभग 33 टन कोयला को जब्त कर लिया और हमेशा की तरह इस बार भी स्थानीय पुलिस को कुछ मालूम नहीं था ।
बताया जाता है कि सोनपुर बाजारी की कोयला ट्रांसपोर्टिंग मार्ग के पास डालूरबांध 6 नम्बर छठ तालाब के पास अवैध कोयला का डिपो प्रशासन और स्थानीय नेताओं की मिलीभगत से खोला गया था और सोनपुर बाजारी से चलने वाली डंपरो से कोयला गिराकर डिपो में इकठा किया जा रहा था । खबर मिलने पर सोनपुर बाजारी क्षेत्र के एसएसआई एसके मिश्रा के नेतृत्व में जवानों ने पेलोडर मशीन और डंपर लेकर कोयला को डिपो से उठाकर कोल साइडिंग में कागजी कार्यवाही के बाद जमा कर दिया ।
मोहाल इलाके में चल रहा है अवैध डीपो
मालूम हो कि पांडेश्वर इलाके में अवैध कोयला डिपो का संचालन होता रहा है । मोहाल इलाके में सड़क के किनारे खुले आम कई अवैध कोयला डिपो है । प्रशासन के साथ स्थानीय नेताओं का आवागमन होता है फिर भी खुलेआम अवैध डिपो चल रहा है ।
डालूरबांध 6 नम्बर छठ तालाब के पास अवैध कोयला डिपो की शुरूआत ही हुई थी कि विभागीय सुरक्षा कर्मियों ने इसे ध्वस्त करने के साथ सभी कोयला को जब्त कर लिया। सोनपुर बाजारी क्षेत्र के महाप्रबंधक आर के श्रीवास्तव ने विभागीय सुरक्षा टीम द्वारा अवैध कोयला डिपो से कोयला जब्त करने की कार्य की सराहना किया है और कहा कि कम्पनी की संपत्ति को नुकसान पहुँचाने वालों पर कार्यवाही होनी चाहिए ।
कोयले की चोरी से जनता को हो रहा है नुकसान
पाठकों को पता होना चाहिए कि कोयला चोरी हो जाता है इससे उनका भी नुकसान है । यदि कोयला वैध तरीके से बिकता है तो उससे राज्य सरकार को रायल्टी मिलती जो सरकार जनता के विकास कार्यों में लगाती है लेकिन चोरी हुई कोयले की रॉयल्टी भ्रष्ट नेता, अफसर और पुलिस अधिकारी खा जाते हैं जो सरकार के खजाने को नुकसान पहुँचाती है और अंततः जनता का नुकसान होता है ।
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