छोटे दुकानदार का यह बेटा भी अब बनेगा डॉक्टर
पांडेश्वर ।अगर बच्चों में पढ़ने की प्रतिभा हो और कुछ करने की ललक हो तो उसे आर्थिक मुद्दा आड़े नहीं आ सकती है । इसी तरह की पांडेश्वर डीएवी स्कूल से पढ़ाई करने के बाद डॉक्टर बनने का शौक लेकर जब तेजस पारेख युवक ने विद्युत सामग्री की दुकान चलाने वाले पिता राजेन्द्र पारेख से बोला तो पिता ने कहा कि सरकारी मेडिकल कालेज में प्रवेश पाने के लिये तैयारी करो तभी डॉक्टर बनने का सपना पूरा होगा निजी मेडिकल कालेज से डॉक्टर बनाने की क्षमता मेरे पास नहीं है ।
तेजस ने तैयारी शुरू किया और बंगाल में 1278 रैंक प्राप्त किया । बीरभूम जिला के रामपुरहाट सरकारी मेडिकल कालेज में एमबीबीएस में दाखिला पाकर अपने सपने को साकार करने की तैयारी में लग गया है ।
तेजस ने बताया कि डॉक्टर बनने का पना अब साकार होते नजर आ रहा है क्योंकि डॉक्टर बनने का सपना गरीब लोगों के बच्चों के लिये नहीं है। इसमें उसकी प्रतिभा और मेहनत के साथ कड़ी पढ़ाई से ही गरीब के बच्चों को सफलता मिल सकती है नहीं तो निजी मेडिकल कालेज में प्रवेश के लिये करोड़ों रुपया डॉक्टर बनने के लिये खर्चा करना पड़ेगा ।
उसने बताया कि जब पढ़ाई के समय डॉक्टर का पोशाक पहनने के बाद बहुत खुशी हो रही है और डॉक्टर की उपाधि मिलने के बाद सेवा करने की ललक अभी से जागने लगी है ।
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