नवीनीकरण के बाद और निखरा आसानसोल रेलवे अस्पताल का विरासत भवन ‘बर्लिंगटन’
संक्षिप्त इतिहास:1836 में रेल परिवहन मुख्यालय को रानीगंज से आसनसोल स्थानांतरित करने के तुरंत बाद,मौजूदा कर्मचारियों और अधिकारियों की चिकित्सा संबंधी आवश्यकता को पूरा करने के लिए एक पूर्ण रेलवे अस्पताल की स्थापना की आवश्यकता को महसूस किया गया । तदनुसार, वर्ष 1869 में मूल ईस्ट इंडियन रेलवे अस्पताल भवन का निर्माण किया गया एवं वर्लिंगटन के नाम से जाना गया।
वर्ष 1966 तक यह मुख्य अस्पताल था
1907 एवं 1921 में दो अन्य भवन बने । इसमें शल्य चिकित्सा वार्ड, मेडिकल वार्ड, ऑपरेशन थियेटर, प्रयोगशाला, एक्स-रे इकाई तथा शवगृह थें। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इस अस्पताल में घायल सिपाहियों का उपचार किया जाता था। यहाँ 1966 तक, जब तक कि मौजूदा रेलवे अस्पताल का निर्माण नहीं हुआ था, क्रियाकलाप होते रहा।
संरचना
वार्लिंगटन का क्षेत्र 34 मी X 22 मी=748मीटर वर्ग (भवन के प्रवेश के पास 25-00 X 8.00 मीआकार के छप्पर वाले छत के साथ एक बड़े खुले स्थान सहित) है। सामने का पोर्टिको 7.00 मी X 5.5 मीटर साइज केमड टाइल्ड त्रिकोण आकार के ढ़ालू छत से बना हुआ है। कुल 12 कमरे थे, जिसे बाद में प्रत्येक दो कमरे को एक टाईप-II क्वार्टर के रूप में बदला गया, कुल 6 लोगों के लिए 6 आवासीय व्यवस्था है। अब इसके प्रत्येक यूनिट में दो कमरे, एक शौचालय सह स्नानागार, एक रसोई है।
इसके पूरी तरह से नवीनीकरण के लिए लगभग 15 लाख रुपये की लागत लगे हैं।
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