सड़क-दुर्घटना में घायल पिता-पुत्री को महिला ने पहुंचाया अस्पताल , कहा देखकर चले जाना अमानवीयता
बस ने बाइक को मारा धक्का, नियंत्रण खोकर बस एक घर में जा घुसी
दुर्गापुर: रास्ते में दुर्घटना घटती है , लोग देखकर मुंह फेरकर चले जाते हैं। कोई मदद के लिए सामने नहीं आता है। घटनास्थल पर पुलिस पहुँच कर पड़े लोगों को अस्पताल पहुंचा देती है, तब तक मरीज की मौत हो चुकी होती है । यही अगर राह चलते लोग तुरंत उसे उठाकर अगर अस्पताल में भर्ती कर देते हैं तो मरीज की जान बचाया जा सकता है.
ऐसा ही एक दृश्य देखने को मिला शुक्रवार की सुबह को दुर्गापुर के एनआईंटी के सात नंबर गेट के समीप बेनाचिटी कृष्ण नगर रूट की एक बस ने मोटर बाइक को धक्का मार दिया जिसमें पिता – पुत्री बुरी तरह जख्मी हो गए और बस नियंत्रण खोकर एक घर में जा घुसी । इस घर में कोई व्यक्ति नहीं रहने के कारण बड़ी दुर्घटना से बाल-बाल बच गए । घर के वाशिंदे आशा यादव ने बताया कि वह अपनी लड़की को स्कूल छोड़ने के लिए गई थी और आकर देखा कि बस घर के अंदर घुसी हुई है।
दुर्घटना की आवाज सुनकर बगल के पड़ोसी बुलबुल घोष बाहर निकली और देखा कि बाइक सवार गिरे पड़े हुए हैं उसे तुरंत गाड़ी बुला कर उसे अस्पताल पहुँचाई और अस्पताल में अपना नाम और मोबाइल नंबर भी लिखवा कर आई कि कोई जरूरत पड़े तो हमें फिर कॉल कर लेना ।
बुलबुल घोष ने बताया कि इस घटना में व्यक्ति कोई सामने नहीं आए मदद करने के लिए, यह ठीक नहीं है । राह चलते लोगों को मदद करने के लिए आना चाहिए । पुलिस के परेशानी के चलते लोग घटना को देखते हुए कतरा जाते हैं जिसके कारण राह चलते लोगों को मौत का शिकार होना पड़ता है ।
पुलिस को जागरूकता फैलाने की जरूरत है कि रास्ते में पड़े लोगों को मदद करें किसी बात की परेशानी नहीं होगी ना ही किसी को इसमें बुलाया जाएगा तभी लोग सामने आएंगे । बुलबुल घोष ने बताया कि पिता-पुत्री दोनों ही बेनाचिति , राय पाड़ा के निवासी है।
Copyright protected
पश्चिम बंगाल की महत्वपूर्ण खबरें
Quick View
झारखण्ड न्यूज़ की महत्वपूर्ण खबरें
Quick View