तारणहार की बाट जोहता प्रिंस द्वारकानाथ ठाकुर की ऐतिहासिक धरोहर
विशेष संवाददाता ,रानीगंज/ आसनसोल संसदीय क्षेत्र आसनसोल दक्षिण विधानसभा तथा रानीगंज प्रखंड का एगारा गाँव एक ऐतिहासिक गाँव है । देश का प्रथम कोयला खदान इसी गाँव के नारायण कुड़ी में कवि गुरु रवीन्द्र टैगोर के पितामह देवेंद्र नाथ ठाकुर का था । यहाँ पर बुनियादी सुविधा रास्ता-घाट और बिजली-पानी का नहीं बल्कि भू धँसान व प्रदूषण प्रमुख समस्या है ।
इस गाँव का इतिहास है कि हमेशा यहाँ के लोग माकपा के विरोधी रहे हैं । वर्तमान में विधानसभा से तृणमूल कॉंग्रेस के विधायक तापस बनर्जी दूसरी दफा यहाँ से चुने गए हैं । दामोदर नदी के किनारे बसे इस गाँव में ऐतिहासिक मथुरा चंडी मंदिर, ठाकुर ओंकार नाथ की आश्रम है तो दूसरी तरफ खंडहरों में तब्दील टैगोर परिवार का प्रथम कोयला खान, टैगोर कोल कंपनी का अवशेष नदी के किनारे बनी घाट जेटी है ।
मथुरा चंडी के सचिव भूतनाथ मंडल ने बताया कि वर्षों से हम लोग मांग कर रहे हैं की इस ऐतिहासिक धरोहर को मान्यता मिले। कम्युनिस्ट सरकार के जाने के बाद एक आशा दिखाई पड़ी थी। पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से समय-समय पर सर्वेक्षण भी किया गया और इस क्षेत्र को धरोहर में तब्दील करने के लिए राज्य के पर्यटक मंत्री ने यहाँ ठाकुर देवेंद्र नाथ के स्टैचू का अनावरण किया और शिलान्यास भी किया , अपनी ओर से मान्यता भी दी लेकिन अब भी मामला जस की तस पड़ी है।
इस अंचल के प्रधान अशोक खेला ने कहा कि ईसीएल इस क्षेत्र में ओसीपी चला रही है । अगल-बगल कई कोयले की खान में भी है । आज भी ब्लास्टिंग की वजह से अनेकों घरों में दरारें हैं । अनेकों जगह पर जमीन के नीचे से आग और धुआँ देखने को मिलती है । पूरा इलाका धूल डस्ट से प्रदूषित है । सरकार की अवहेलना का शिकार यह क्षेत्र है । इस गाँव के अधिवक्ता अशोक घोष ने बताया कि पूरे देश में गंगा नदी से लेकर छोटी बड़ी सभी नदियों का प्रदूषण मुक्त बनाने की योजना चलाई जा रही है लेकिन दुःखद है कि दामोदर नदी का पानी दिन प्रतिदिन जहरीला होता जा रहा है ।कल कारखानों व शहरों से निकलने वाली गंदी पानी जहाँ एक कारण है वहीं दूसरी कारण इस अंचल का सबसे बड़ा शवदाह स्थल मेजिया घाट है , जहाँ पूरे क्षेत्र से लोग यहाँ आते हैं । काफी लंबी मांग है कि यहाँ विद्युत शवदाह बनाया जाये , लेकिन यह मांग भी अधर में है ।
उन्होंने कहा कि राम तेरी गंगा मैली हो गई पापियों के पाप धोते-धोते , दामोदर नदी की भी कहानी कुछ इसी प्रकार की है । घनी आबादी वाले लगभग 15 हजार लोग इस क्षेत्र में रहते हैं । मतदाताओं के दृष्टिकोण से भी इस गाँव का अपना सुनाम है । चुनाव का वक्त है और अभी भी इस गाँव के लोगों का भरोसा ममता बनर्जी के प्रति है ।

अपने आस-पास की ताजा खबर हमें देने के लिए यहाँ क्लिक करें
Copyright protected
पश्चिम बंगाल की महत्वपूर्ण खबरें
Quick View
अवैध कोयला खनन ने ली युवक की जान, ईसीएल अधिकारी बेखबर: चरणपुर ओसीपी में हादसा
Quick View
झारखण्ड न्यूज़ की महत्वपूर्ण खबरें
Quick View

