उदियमान सूर्य के अर्ग के साथ छठ महापर्व का हुआ समापन
चैत्र मास शुक्ल पक्ष षष्टी तिथि के अवसर कर शुक्रवार को सूर्योदय के साथ ही लोक आस्था का महापर्व चैती छठ का हुआ समापन।सूर्योदय होते ही श्रद्धालुओं के द्वारा भुवन भास्कर को अर्ग दिया गया।छठव्रतियों ने नेम निष्ठा के साथ-साथ पवित्र झील तालाब घाट पर उदियमान भगवान सूर्यदेव को दूसरा अर्घ्य अर्पित किया। झील तालाब गर्मी के कारण पूरी तरह से सुख जाने के कारण नगर परिषद के द्वारा गड्ढे कर पानी भरा गया है ताकि घाट पर आज अस्ताच लगामी भगवान भास्कर को अर्घ दिया जा सके.4 दिनों के महापर्व छठ में श्रद्धालुओं की बड़ी आस्था होती है,पहले दिन नहाए खाये के साथ कदुआ भात का विधान किया गया,उसके बाद दुआरे दिन रात्रि बेला को खरना की पूजा की जाती है,लोगों का कहना है कि इस भगवान से जो सच्चे मन से मांगता है उसकी मनोकामना पूरी होती है।अर्घ्य दिया जा रहा है.सुबह से ही अर्घ्य देने के लिए मधुपुर के झील तालाब में काफी भीड़ देखने को मिली.वही इस गर्मी में भी घाटों पर छठ व्रतियों की भीड़ भी दिखी.श्रद्धालु विधि-विधान से पूजा पाठ में करने के बाद उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही व्रती उपवास खोला और प्रसाद ग्रहण किया।

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