पदनाम की मांग पर डिप्लोमा इंजीनियरो ने सामूहिक रूप से जलाये सर्टिफिकेट
डिप्लोमा इंजीनियर्स’ एशोसिएशन (डीईए) सेल, आईएसपी, बर्नपुर द्वारा शुक्रवार को बर्नपुर टनल गेट पर बड़े पैमाने पर प्रतीकात्मक प्रदर्शन का आयोजन किया गया। जिसमें सेल-आईएसपी, बर्नपुर में कार्यरत सभी डिप्लोमा इंजीनियरों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हुए, आक्रोश पूर्ण अपने लंबित अनिर्णीत मांग “जूनियर इंजीनियर पदनाम” को प्रबंधन के समक्ष प्रदर्शित किया एवं अपने डिप्लोमा इंजीनियरिंग सर्टिफिकेट को सामूहिक रूप से अग्नि में भस्मीभूत किया।
ऐसा करने का मुख्य उद्देश्य हमारी योग्यता के अनुसार पद एवं सम्मान प्रबंधन द्वारा ना दिए जाने के कारण रोष व्यक्त करना है, ताकि मैनेजमेंट अपनी मनमानी बंद कर डिप्लोमा इंजीनियर को सीघ्र ही जूनियर इंजीनियर पदनाम से सुशोभित करे। ज्ञात हो कि, सेल में डिप्लोमा इंजीनियर को ऑपरेटर कम तकनीशियन (ओसीटी) का पदनाम दिया गया है।
जिसे वे जूनियर इंजीनियर करने की मांग करते हुए एक लंबे समय से आंदोलनरत हैं और इसी आन्दोलन की सच्चाई को देखते हुए, इस्पात मंत्रालय के द्वारा मई 2017 में निर्णय लिया गया, कि अन्य सभी पब्लिक सेक्टर मसलन भेल और बीएसएनल एवं केंद्रीय और राजकीय सरकारों की तरह सेल और आरआईऐनल में डिप्लोमा इंजीनियर को जूनियर इंजीनियर पदनाम दिया जाए, परन्तु इस दिशानिर्देश को अब तक कई महीनों उपरांत भी लागू नहीं किया गया।
मंत्रालय द्वारा निर्देश दिए जाने पर मैनेजमेंट द्वारा एनआरसी कमिटी का गठन किया गया तथा कई महीनो तक टालमटोल किया गया और अंततः कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकला। डिप्लोमा इंजीनियर एशोसिएशन, सेल-ईस्को, बर्णपुर के सदस्य एवं एडिशनल जीएस (डेफी) शांतनु सेनगुप्ता ने बताया की मैनेजमेंट के द्वारा एक कमिटी गठित की गई है। जिसमें प्रत्येक यूनियन से दो प्रतिनिधि तथा मैनेजमेंट के प्रतिनिधि शामिल हैं। परंतु अब तक इस मुद्दे पर कोई ठोस पहल नहीं हुई है।
इस्पात मंत्रालय द्वारा दिशानिर्देश देने के बावजूद, कम्पनी को बिना आर्थिक बोझ दिए “जूनियर इंजीनियर” पदनाम देने का नतीजा साफ नहीं होने से सेल-आईएसपी, बर्नपुर में कार्यरत सभी डिप्लोमा इंजीनियरों में काफी रोष है। अतः सेल कि सभी इकाईयों में डिप्लोमा इंजीनियर फेडरेशन ऑफ़ इस्पात (डेफी) को सभी इकाईयों के अंतर्गत डिप्लोमा इंजीनियर एशोसिएशन के माध्यम से मजबूरन प्रदर्शन का रास्ता लेना पड़ा एवं अपने डिप्लोमा इंजीनियरिंग सर्टिफिकेट को जलाना पड़ा।
सेल-आईएसपी, बर्नपुर में कार्यरत सभी डिप्लोमा इंजीनियरों ने प्रदर्शन में कई तरह के लिखित नारों द्वारा अपनी व्यथा को व्यक्त किया, परन्तु सभी नारों का एक ही उद्देश्य था “पैसा नहीं सम्मान चाहिए, जूनियर इंजीनियर का पदनाम चाहिए”। डिप्लोमा इंजीनियर एसोसिएशन (डी ई ऐ), सेल-आईएसपी, बर्नपुर के कार्यकारिणी सदस्यों के अलावा विभास रंजन मुख़र्जी एवं गौतम नंदी (उपाध्यक्ष),शांतनु सेनगुप्ता (डेफी प्रतिनिधि),
लब कुमार मन्ना (उपसचिव), राकेश कुमार (वित् सचिव), कल्यान बारिक (उप वित्त सचिव), चिरंजीत दास (आयोजन सचिव), शशि कुमार, नरेश कुमार झा, अनुराग प्रकाश, जौहर अली खान (सांस्कृतिक सचिव), विजय कुमार सेन, कृष्णकांत सिंह, शार्दुल मृगेंद्र, द्युति शंकर बेहरा (संचार सचिव), दीपांकर दे (मीडिया सचिव) आदि उपस्थित थे ।
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