मधुपुर के किसान ने वर्षो से पड़े बंजर भूमि को उपजाऊ किया
मधुपुर -कदम बढ़ाया है जो आगे बढ़ते जाना है थक कर ना बैठ तो जब तक विजय पताका थाम न लो ।जी हां करौं प्रखंड के करौ ग्राम निवासी युवा महादेव मंडल, धीरू मंडल और कामदेव मंडल ने कृषि क्षेत्र में ऐसा भले ही यह नमूना तैयार कर दिखाया है । जो वर्तमान में लघु कृषकों के लिए प्रेरणा बन कर आगे आए हैं ।वर्षों से पड़े बेकार भूमि को आबाद कर मेहनत के बल पर आलू, साग, सब्जी आदि की खेती कर रहे हैं ।
खेती एक स्व रोजगार का साधन है : लघु कृषक धीरू
करीब 2 एकड़ भूमि को सपरिवार रात-दिन एक कर खेती में परिवर्तन कर दिया है ।सरकार ने इसे देख एक मनरेगा से कूप निर्माण कर इन किसानों का हौसला अफजाई की है। इसी कूप से सिंचाई करते हैं ।फिलहाल ज्यों-ज्यों तापमान बढ़ता जा रहा है। त्यों-त्यों कूप जल नीचे खिसकतेज जा रहा है कूप में पानी पर्याप्त नहीं रहने के कारण समय पर पटवन खेतों में नहीं हो पाता है । फलस्वरूप पर्याप्त धन के अभाव में खेतों में ही फसल सूखते जा रहे हैं। किसान हताश हैं और किंकर्तव्यविमूढ़ हो भाग्य को कोसते हैं । किसानों का कहना है कि सरकार यहाँ एक बोरिंग करा दे तो फसलों को समय पर सींचा जा सके ।लघु कृषक धीरू मंडल ने कहा खेती एक स्व रोजगार का साधन है ।इसे अपनाकर हम अर्थ आभाव को दूर कर सकते हैं ।मेहनती युवा किसान इशारों में बताया रात दिन मेहनत कर खेती को ही जीवन यापन का माध्यम मानते हैं।

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