हड़ताल के दौरान पूर्व सांसद एवं विधायक के साथ पुलिस की धक्का-मुक्की
केंद्रीय श्रम संगठनों द्वारा 12 सूत्री मांगों के समर्थन में बुलाए गए दो दिवसीय हड़ताल के तहत मंगलवार को रानीगंज माकपा के द्वारा रानीगंज के मारवाड़ी रिलीफ सोसायटी अस्पताल के समझ रास्ता अवरोध किए जाने के दौरान पुलिस एवं माकपा कार्यकर्ताओं के साथ धक्का-मुक्की हुई।
यह धक्का-मुक्की आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के एसीपी सेंट्रल आलोक मित्रा, रानीगंज थाना प्रभारी सुब्रतो घोष सहित अन्य पुलिसकर्मियों के साथ सीटू के पश्चिम बर्द्धमान जिला अध्यक्ष सह आसनसोल लोकसभा के पूर्व सांसद वंश गोपाल चौधरी, रानीगंज के विधायक रुनु दत्ता, रानीगंज नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष अनूप मित्रा तथा अन्य कार्यकर्ताओं के साथ हुआ। इस स्थिति को देखते हुए रेफ़ तथा कमबोट के जवान भी मौके पर पहुँचे।
रानीगंज थाना प्रभारी ने बताया कि माकपा द्वारा नेशनल हाईवे 60 पर वाहनों को रोके जाने के कारण ही उन्हें अवरोध को हटाने के लिए कहा गया, पर माकपा कार्यकर्ता उन्हें रास्ता नहीं दे रहे थे। दूसरी ओर पूर्व सांसद वंश गोपाल चौधरी ने बताया कि पुलिस टीएमसी की होकर कार्य कर रही है। भाजपा तथा टीएमसी दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू है। केंद्र के श्रमिक विरोध तथा मूल्य वृद्धि सह अन्य मांगों को लेकर यह हड़ताल बुलाई गई है।
उन्होंने बताया कि बंद को लोगों ने खुलकर समर्थन किया। रानीगंज के अधिकांश दुकान बन्द रहे, सरकारी तथा गैर सरकारी बैंक भी बंद रही। वहीं पोस्ट ऑफिस तथा अन्य सरकारी कार्यालय भी पूर्णता बंद रहा । सड़के सुनसान रही। रानीगंज बस स्टेशन में बसे खड़ी रही। माकपा कार्यकर्ता एवं समर्थक प्रातः 5 बजे से ही सेआरसोल मोड़ पर तथा रानीगंज मारवाड़ी रिलीफ सोसायटी अस्पताल के समाने बैठ कर दो पहिया तथा चार पहिया वाहनों को भी आने-जाने से रोक रहे थे।
रानीगंज के विधायक रुनु दत्ता ने बताया रानीगंज में पूर्णता बन्द सफल रहा एवं लोगों ने खुलकर इस बंद का समर्थन किया। सीटू नेता विवेक चौधरी ने बताया श्रमिकों ने इस बंद को पूर्णता सफल किया, केंद्र सरकार के श्रमिक विरोधी नीति का विरोध किया एवं यह केंद्र श्रम संगठनों की जीत है।
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