रानीगंज के ऐतिहासिक महावीर अखाड़े पर ऊहापोह की स्थिति कायम
रानीगंज शहर में हर वर्ष होने वाले महावीर अखाड़ा को लेकर ऊहापोह बनी हुई है एवं हर तरफ यही चर्चा हो रही है कि क्या बीते वर्ष की भांति इस वर्ष भी रानीगंज में महावीर अखाड़ा निकाली जाएगी या नहीं ? इसके पीछे मूल कारण पिछले रामनवमी के दूसरे दिन रानीगंज में “विश्व हिन्दू परिषद” द्वारा निकाले गए शोभा यात्रा के दौरान हुयी हिंसा है जिसके चपेट में आसनसोल भी आ गया था। कई जाने गयी थी एवं करोड़ों की संपत्ति जला कर खाक कर दी गयी थी।
रानीगंज थाना प्रभारी ने कहा अखाड़ा निकलेगी
रानीगंज थाना प्रभारी का कहना है कि रानीगंज में निकाले जाने वाले कुल 10 अखाड़ा कमेटियों में से 8 अखाड़ा कमेटियों ने अब तक अखाड़ा निकालने की रजामंदी दे दी है। अखाड़ा हमेशा की तरह रानीगंज के शिव मंदिर रोड राजा बांध होकर निकलेगी । जबकि सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक अखाड़े के रूट में परिवर्तन किया गया है। इसबार अखाड़ा दालपट्टी होते हुए रानीगंज के स्टेडियम में पहुँचकर अपना करतब दिखाएगी।
रूट बदलने से नाराज कई आखाड़ा कमिटियाँ
रानीगंज के कई अखाड़ा कमेटियों ने अखाड़ा निकालने की बात कही है जबकि कई अखाड़ा कमेटियों ने यह कहकर भी अखाड़ा ना निकालने की बात कही है कि वर्षों से पारंपरिक तरीका से निकाले जाने वाले अखाड़ा रूट को परिवर्तित कर दिए जाने के कारण ही वह इस बार अखाड़ा न निकालने का निर्णय लिया है । रानीगंज महावीर व्ययाम समिति एवं नवयुवक संघ हटिया के द्वारा अखाड़ा न निकालने का निर्णय लिया गया है । इस बार खाकी बाबा मंडली के साथ महाराणा प्रताप संयुक्त रूप से अखाड़ा निकालेगी। जो रानीगंज के तारबंग्ला खाड़सूली होकर रानीगंज स्टेडियम तक जाएगी एवं प्रदर्शन दिखाएगी।
राजनीतिक मुद्दा भी हावी है
महावीर अखाड़ा, राजनीतिक चर्चा का विषय बना हुआ है , क्योंकि वर्ष 2019 में लोकसभा का चुनाव 2020 में नगरपालिका का चुनाव तथा 2021 में विधानसभा का चुनाव होने हैं ।
अपने आस-पास की ताजा खबर हमें देने के लिए यहाँ क्लिक करें
Copyright protected
पश्चिम बंगाल की महत्वपूर्ण खबरें
Quick View