बसें रुकने से थम गया शिल्पांचल
शहर में अचानक बस बंद कर देने से अपने कार्यों के लिए घर से बाहर निकले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. टोटो-ऑटो चालकों द्वारा अनाप-सनाप भाड़ा मांगने के कारण लोगों को अधिक परेशानी हुई. केंद्र सरकार ने मोटर व्हीकल संशोधन बिल 2017 मेंपरिवर्तन की है, जिससे देश के सरकारी बस चालकों का भविष्य खतरे में पड़ता नजर आ रहा है. निजी परिवहन संगठन से जुड़े चालक संगठन ऑल इंडिया कोआर्डिनेशन कमेटी ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स आर्गेनाईजेशन के नेता उसी बिल के प्रतिवाद में आज पूरे भारतवर्ष में परिवहन हड़ताल किया गया
और रास्ते में निकले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. निजी बस के साथ मिनी बस, स्कूल बस, टैक्सीहड़ताल में शामिल हुए. दुर्गापुर में भी काफी कम संख्या में बस चल रही थी. लोगों का कहना है कि बस बंदी का फायदा टोटो-ऑटो चालकों नेजमकर उठाया. एक तो भाडा अधिक ले रहे थे साथ यात्री भी क्षमता से ज्यादा भर दे रहे थे. कुछ लोगों ने इसका विरोध किया और पुलिस को भी सूचना दी. पुलिस घटनास्थल पर पहुँचकर कुछ ऑटो चालकों को चेतावनी भी दी फिर भी दूसरे जगह ऑटो चालक मनमानी कर रहे थे.
परिवहन बंद का असर रानीगंज में भी देखने को मिला. बसों का अचानक बंद हो जाने से आवागमन प्रभावित रहा यात्रीगण परेशान दिखे. यात्रियों की असुविधा पूर्ण रूप से देखी गई. दूर-दराज से आने वाले व्यवसायी कम ही आये, जिससे शहर का व्यवसाय प्रभावित हुआ. सूत्रों के मुताबिक 13 सूत्री मांग के तहत पुलिसिया अत्याचार, अवैध टोटो एवं ऑटो रिक्शा पर अंकुश, परिवहन कानून में संसोधन, अस्थाई श्रमिकों व कर्मियों का स्थायीकरण, सामाजिक रक्षा, पेट्रोल-डीजल से राज्य सरकार की अतिरिक्त कर में कमी लाने की मांग शामिल है.
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