आसनसोल दंगा पीड़ितों से मिलने पहुंचे राज्यपाल
आसनसोल -आसनसोल दक्षिण थाना क्षेत्र में हुई हिंसा को लेकर शनिवार को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी ने क्षेत्र का दौरा किया। हिंसा प्रभावित एरिया चांदमारी में जाकर लोगों से मिले और उनका हाल-चाल पूछा। इस दौरान पुलिस द्वारा पुख्ता इंतेजाम किये गए थे। हालाँकि राज्यपाल श्री त्रिपाठी बहुत कम समय रुके और सिर्फ एक ही क्षेत्र का दौरा कर वापस हो गए। इस दौरान उन्होंने कहा कि क्षेत्र का निरीक्षण किये है और इसका रिपोर्ट केंद्र सरकार को देंगे। ओके रोड, हाजीनगर, रामकिशुन डंगाल आदि के पीड़ित लोग श्री त्रिपाठी के इंतजार में थे, वे भी अपना दुःख दर्द ब्यान करना चाहते थे, लेकिन राज्यपाल के वहाँ नहीं जाने से लोग दुखी हुए और कहा कि सिर्फ एक समुदाय के लोगों से मिलकर राज्यपाल वापस चले गए तो वे केंद्र सरकार को क्या रिपोर्ट सौंपेंगे । गौरतलब है कि तीन दिन पहले ही राज्यपाल ने आसनसोल आने की इच्छा जताई थी लेकिन सुरक्षा कारणों का हवाला देकर सरकार ने उनका दौरा रद्द कार्वा दिया था।
भाजपा नेताओं ने सौंपा ज्ञापन
राज्यपाल के दौरे के पूर्व बीएनआर स्थित सर्किट हाउस में भाजपा जिला अध्यक्ष लखन गोराई और नेता पवन सिंह उनसे मिले और एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि उक्त क्षेत्रों में हुई हिंसा के कारण काफी लोग प्रभावित हुए है, उनके घर और दुकान क्षतिग्रस्त हो गए है, प्रभावित लोग शिविर व सामुदायिक भवनों में रह रहे है। उनको सरकार की ओर से सहायता मिलनी चाहिये।
रामनवमी जुलूस के दौरान भड़की थी हिंसा
उल्लेखनीय है कि आसनसोल में 27 मार्च को विश्व हिन्दू परिषद् द्वारा रामनवमी के उपलक्ष्य पर निकाले गए जुलूस में भड़काऊ गाने को लेकर हुई पत्थरबाजी ने सांप्रदायिक हिंसा का रूप ले लिया था। उसके दूसरे दिन यानि 28 मार्च को दोनों समुदायों के कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा जमकर बमबाजी की गई, जिससे पूरा इलाका धुआं-धुआँ हो गया। दर्जनों पुलिस कर्मी समेत आम लोग घायल हो गए और एक नौजवान की हत्या कर दी गई। भगदड़ मचने से एक बच्ची की भी कुचलकर मृत्यु हो गयी। जिसके बाद पुलिस व जिला प्रशासन हरकत में आई और सख्ती बरतते हुए पूरे क्षेत्र को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया। नामी अपराधियों की धर-पकड़ तेज कर दी और इंटरनेट सेवा बाधित कर दी गई। इन सब कार्यवाही के बाद इलाका शांत हुआ और तीन दिनों में कोई हिंसक घटना होने की खबर नहीं है, जनजीवन सामान्य हो गया। दुकानें खुलने लगी।
दुखी हो गया नदीम और दुखी हो गया भगवान दास भी
राज्यपाल रानीगंज भी दौरा पर गए लेकिन उन्हें वास्तविक जगह पर नहीं ले जाया गया । रानीगंज के हटिया, वरदही क्षेत्र के सैकड़ों लोग राज्यपाल का इंतजार ही करते रह गए । वे राज्यपाल को अपना दर्द भी बयां न कर पाये। उन्हें राज्यपाल से मिलने ही नहीं दिया गया
इंटरनेट पर रोक जारी , अफवाहों से परहेज की अपील
जिला प्रशासन ने इंटरनेट बंदी की तिथि बढ़ाकर चार अप्रैल कर दिया, जिससे अफवाह नहीं फ़ैल पाये और इसका असर भी देखने को मिला। इधर तीन दिनों से किसी तरह की घटना की खबर नहीं है। लेकिन फिर लोग आशंकित है और घरों से निकलने में परहेज कर रहे है। आसनसोल बाजार की दुकानें खुल रही है लेकिन ग्राहकों की संख्या ना के बराबर है। सामाज से जुड़े लोग लगातार शहर में शांति बहाली की अपील कर रहे, लोगों को जागरूक कर रहे है और इस बात पर अधिक जोर दिया जा रहा है कि लोग किसी तरह की अफवाह में ना आये।
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