सीएचसी चौपारण में सहीया दीदियों ने किया प्रदर्शन, कहा मानदेय नहीं बढ़ाने पर करेंगे हड़ताल
बुधवार को चौपारण सामुदायिक अस्पताल परिसर में अपनी मानदेय बढ़ाने को लेकर प्रखंड के सभी सहिया दीदी ने धरना प्रदर्शन कर मीडिया के माध्यम से राज्य सरकार के समक्ष अपनी बातों को रखते हुए बताया की महज दो हजार के मानदेय पर विगत लंबे समय से कार्य कर रही हूं। महंगाई के इस दौर में 2000 मासिक मानदेय पर कार्य करना काफी मुश्किल है ऐसे में घर परिवार कैसे चलेगा यह सोचनीय विषय है उन्होंने नारा लगाते हुए कहा कि दो हजार में दम नहीं अठारह हजार से कम नहीं, हेमंत राज्य में हम सहिया बेदम हैं, इस तरह के कई नारे लगाए गए, मौके पर सहिया निशा सिन्हा एवं ममता राणा ने बताया कि कोरोना के समय जान पर खेलकर लोगों की सेवा की मरीजों की जान बचाई, इसमें हमे कोरोना वॉरियर का नाम तो दिया गया, लेकिन मानदेय नहीं बढ़ाए गए जबकि स्वास्थ्य मंत्री लगातार मानदेय बढ़ाने की बात कही थी, लेकिन अब लगता है कि हमे लॉलीपॉप दिया गया है उन्होंनेसरकार से आग्रह करते हुए कहा कि जहां इस महंगाई के दौर में एक मामूली दैनिक मजदूर की भी मजदूरी ₹300 से कम नहीं है वही हमारे ऊपर इतनी बड़ी जवाबदेही देकर महज ₹2000 मासिक वेतन देकर काम लिया जाता है, कहा कि आज भारत में शिशु मृत्यु दर मात्री मृत्यु दर सहित की चिजो में सुधार हुआ है, इसके लिए भी सहीया डोर टू डोर जाकर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराती है गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित अस्पताल पहुंचाना हो या फिर घर घर जाकर टीका लगाना हो यह सब चीज जोखिम भरा भी होता है लेकिन वह बखूबी अंजाम देते हैं उन्होंने कहा कि पेपर और फोटो कॉपी कराने में भी घर से पैसा लगता है इस पर भी विचार करने की जरूरत है राज्य सरकार से सीधा-सीधा मांग करते हुए कहा की सभी सैयां को राज्य सरकार स्कूटी दे एवं अविलंब मानदेय ₹18000 करें, कहां मांगे नहीं मानी गई तो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर भी हम जा सकते हैं मौके पर बड़ी संख्या में प्रखंड के सभी सहिया मौजूद थी।

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