धनबाद, झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर धनबाद वाशियों को किया सम्बोधित
धनबाद, झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्थापना दिवस के मौके पर धनबाद के लोगों को किया सम्बोधित,
आज झारखण्ड के मुखिया हेमंत सोरेन झारखण्ड मुक्ति मोर्चा की स्थापना दिवस के मौके पर धनबाद वाशियों को सम्बोधित कर रहे थे जिसमें की उन्होंने कहा कि आज झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के संघर्ष की बदौलत आज हमसब अलग राज्य में हैँ और लगभग बीस साल के बाद आदिवासी और मुलवासी की सरकार बनी हैँ जबकि संघर्ष बलिदानी और कुर्बानी की बदौलत ही आज बड़ी ही कठिनाई से सरकार का गठन हुआ हैँ आज जब झारखण्ड विकास कर रहा हैँ तो विपक्षीयों के पेट में दर्द हो रहा हैँ वहीँ सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सरकार के कामों की कई उपलब्धियां भी गिनवाई,
वहीँ सीएम गिना रहे थे उपलब्धियां, बाहर सहियाएं कर रही थी नारेबाजी,
धनबाद,झारखंड स्थापना दिवस समारोह में जहां एक ओर गोल्फ ग्राउंड के भीतर बने मंच से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जब राज्य सरकार की उपलब्धियां गिना रहे थे तो बाहर सड़कों पर सहियाएं नारा लगा रही थीं-हेमंत सोरेन के राज में सहिया भूखे मरती हैं.
झारखंड प्रदेश स्वास्थ्य सहिया संघ के बैनर तले सहिया के प्रदर्शन को अधिकारी व पुलिस बल अंदर जाने से रोकने में लगे रहे, जबकि उनकी नारेबाजी से सभास्थल गूंजता रहा.
इसके पहले सहियाओं को समारोह स्थल से जबरन बाहर निकाल दिया गया था. इस कार्रवाई से आक्रोशित सहियाओं ने हेमंत सरकार के विरोध में जमकर भड़ास निकाली. उन्होंने कहा कि सहिया को राज्यकर्मी घोषित कर मासिक प्रोत्साहन राशि 2000 हजार रुपये के स्थान पर 18 हज़ार रुपये किया जाए. सहिया को ईपीएफ तथा पेंशन के दायरे में लाया जाए. एक ठोस सहिया नियमावली विधानसभा में पारित किया जाए. कोविड से लेकर अभी तक बकाया राशि का अविलम्ब भुगतान किया जाए. सहिया को अनुकंपा का लाभ दिया जाए तथा आकस्मिक मृत्यु होने पर सरकारी मुआवजा दिया जाए. बता दें कि अपनी मांगों को लेकर सहिया विगत 16 जनवरी से आंदोलनरत हैं बहरहाल जो भी मामला रहा हो किन्तु मुख्यमंत्री का कार्यक्रम सफल रहा और लोगों की काफी भीड़ भी इस कार्यक्रम में मौजूद थी

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