देहरादून से आए सर्वे की टीम, सेल्फी विथ गजराज पड़ा महंगा, व्यक्ति को हाथी ने सुंड से उठाकर फेंका
गंगा आहर के ग्रामीण आज डर के साथ आश्चर्य में दिखे। जब उन्हें पता चला की देहरादून से आए सर्वे की टीम अपनी नादानी के वजह से हाथी के चपेट में आकर घायल हुआ। चौपारण प्रखंड के विभिन्न सुदूरवर्ती जंगली क्षेत्रों में बीते कई दिनों से दर्जनों की संख्या में बेकाबू जंगली हाथियों का झुंड को देखा जा रहा है जो आए दिन ग्रामीण के घरों को ध्वस्त कर रहे हैं, वहीं गांव में लगी फसलों को भी पूरी तरह से बर्बाद कर रहे हैं, यह गनीमत है कि अभी तक कोई जान माल का नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन आगे इसकी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। इसी कड़ी में रविवार को प्रखंड के जगदीशपुर पंचायत के ग्राम गंगा आहार के जंगल में हाथियों की संख्या में जंगली हाथियों का झुंड को देखा गया है वहीं उत्पाती हाथियों के चपेट में आकर एक व्यक्ति बुरी तरह घायल हुआ है, जिसे एंबुलेंस के माध्यम से राजकीय अस्पताल चौपारण लाया गया। फिलहाल वह खतरे से बाहर है हालाकी सूचना मिलते ही चौपारण वन्य कर्मी मौके पर पहुंचकर एहतियातन कदम उठाते हुए लोगों को हाथियों के ठहराव वाले संभावित क्षेत्र में जाने से मना कर रहे है, साथ ही पटाखे और मशाल जलाकर हाथियों को भगाकर लोगों को राहत पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है, इस सम्बंध में प्रभारी वनपाल राहुल कुमार ने बताया कि वन कर्मी पूरी तरह मुस्तैद होकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए हर सूचना पर मौके पर पहुंचकर उपलब्ध संसाधनों का प्रयोग करते हुए। हाथियों को भगाने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं, कहा जल्द ही इन हाथियों को सुरक्षित जोन में भेजा जाएगा, मौके पर प्रभारी वनपाल राहुल कुमार, वंरक्षी पंकज कुमार, सहदेव यादव, सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।
आस-पास के खेतो में हाथी का मल देखकर ग्रामीण हो जाते है भयभीत
गंगा आहर के लोगो से आय दिन हाथियों का होता रहता है सम्पर्क, ग्रामीणों से पूछे जाने पर कहा की यहां हाथियों का तांडव हमेशा लगा रहता है, कभी एक तो कभी झुंड में दिखते है हाथी हम अपनी जान की रक्षा करे तो करे कैसे। अभी हमारे पास बस एक ही विकल्प है पटाखा फोड़कर हाथी को भगाना। ग्रामीणों ने कहा की हमारी डर तब और बढ़ जाती है, जब हम अपने आस-पास के खेतो में हाथी का मल देखते है।
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