सिक्स लेन निर्माण कार्य में लापरवाही चरम पर, कछुए से भी धीमी गति से कार्य कर रही है राजकेशरी कंट्रक्शन
हजारीबाग जिले के लगभग 70 किमी जीटी रोड को फोर लेन से सिक्स लेन जीर्णोद्धार में लापरवाही चरम पर है। जिसका नतीजा है कि हर क्षेत्र के लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। मालूम हो कि एनएचआई का ठेकेदार रिलाइंस कंपनी का पेटीदार राजकेशरी कंस्ट्रक्शन के द्वारा निर्माण कार्य किया जा रहा है। राजकेशरी कि कार्यकलाप से चौपारण, बरही, बरकट्ठा एवं चलकुशा प्रखंड के लोगो के जुबान पर एक ही बात आ रही है कि सिक्स लेन का निर्माण कार्य का तौर-तरीका से एक तरफ सालों-साल लग जायेगा।
जबकि दूसरी तरफ इतने समय मे कितने लोगो को जान गवानी पड़ेगी और कई कल्याणकारी योजनाओं में ग्रहण लगा रहेगा। मालूम हो कि चौपारण के 30 किमी निर्माण कार्य मे जैसे-तैसे, जहां-तहां गड्ढा कर छोड़ दिया गया है और कई जगहों पर पत्थर व मिट्टी का ढेर जमा कर दिया गया है। जिसके कारण आये दिन दुर्घटना घटते रहती है और लोगो को असमय जान गवाना पड़ रहा है। वही लंबे समय से पीएचडी विभाग द्वारा दर्जनों गांव को शुद्ध पेयजल के लिए 13 करोड़ की योजना बन कर तैयार है। जीटी रोड के किनारे बसे सिंघरावां, पिपरा, पाण्डेयबारा, आरपगार, नारायण, पवई, कमलवार, केसठ, सरदारपुर, जोकट, महूदी, बारा, सिजुआ, केंदुआ मोड़, मरहेड़ी, ताजपुर गांव के रैयतों का उचित मुआवजा नही मिलने और भू-अर्जन विभाग की लेट-लतीफ के कारण निर्माण कार्य कछुआ गति से भी बदतर स्थिति में चल रही है। जिसके कारण शुद्ध पेय जलापूर्ति में ग्रहण लगा हुआ है। ग्रामीण रैयतों के अनुसार एनएचआई एवं जिला भू-अर्जन विभाग के लापरवाही के कारण 13 करोड़ की जलापूर्ति योजना को धरातल पर उतारने में सालों लग जायेगा।
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