स्तनपान माँ और बच्चे के लिए वरदान है – पूर्णिमा देवी
चौपारण प्रखंड के झापा पंचायत की पूर्व मुखिया श्रीमती पूर्णिमा देवी ने माताओं को संदेश देते हुए कहा कि स्तनपान माँ और बच्चों के लिए एक वरदान है। माँ का दूध बच्चे के लिए अमृतपान से कम नहीं है, इसके बाद भी माताए भ्रान्तियो के चलते अपने बच्चें को स्तन पान कराने से कतराती है। माँ की बदलती सोच बच्चे के स्वास्थ्य पर बुरा असर डालती है, कम से कम छह माह तक़ बच्चे को माँका दूध अवश्य पिलाना चाहिए। उक्त बातें विश्व स्तन पान सप्ताह के पहले दिन में माताओ के नाम सन्देश में ग्राम पंचायत झापा की पूर्व मुखिया सह बाल संरक्षण अभियान के सदस्य और दहेज़ मुक्त झारखंड के केंद्रीय सदस्य पूर्णिमा देवी ने कहा, श्री मति देवी ने कहा कि स्तन पान एक नवजात शिशु के बड़े होने की सबसे अहम् प्रक्रिया है। माँ का दूध बच्चों को सारी बीमारियों से बचाता है, साथ ही स्तन पान कराने से माँकी भी रक्षा होती है, पूर्णिमा देवी ने कहा कि स्तन पान को प्रोत्साहित करने और शिशु के स्वास्थ्य में सुधार के लिए हर साल पुरे विश्व में स्तन पान सप्ताह अगस्त माह के पहले सप्ताह यानि 1अगस्त से 7अगस्त तक मनाया जाता है, पूर्व मुखिया ने कहा कि नवजात शिशु के लिए पीला गाढ़ा चिपचिपा युक्त मां का स्तन का दूध कोलेस्टरम सम्पूर्ण आहार होता है, जिसे बच्चे के जन्म के तुरंत बाद 1घंटे के भीतर ही शुरू कर देना चाहिए। पूर्णिमा देवी ने कहा कि स्तन में दूध पैदा होना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है ज़ब तक़ बच्चा दूध पिता है तब तक़ तब तक़ स्तन में दूध पैदा होता है, इसलिए तमाम माताओ को चाहिए कि अपने स्तन का दूध अपने बच्चें को अवश्य पिलाए, मौके पर दहेज़ मुक्त झारखंड कि सक्रिय सदस्य पूनम देवी, स्वास्थ्य सहिया रीता देवी, मंजू देवी, निजी स्वास्थ्य कर्मी यशोदा देवी, कांति देवी, नजमुन खातून, कंचन देवी, आंगनवाड़ी सेविका हेमवंती देवी, जलसहिया अनीता देवी, बिन्दा देवी, सुनीता देवी, मुनी देवी, गीता देवी, चिंता देवी संजू देवी, गुड़िया कुमारी सहित कई माताए शामिल थीं।

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