चिरेका द्वारा उत्पादित 150वां रेल इंजन का लोकार्पण
चित्तरंजन। चित्तरंजन रेलइंजन कारखाना(चिरेका)द्वारा कोरोना संकट से उत्पन्न बाधा के बावजूद निर्माण कार्य को रफ्तार प्रदान करते हुए 150 वें रेलइंजन का सफल उत्पादन किया गया। वर्तमान वित्तीय वर्ष 2020-21 मेँ उत्पादित 150 वें रेलइंजन, डब्लूएजी-9/एचसी (32922 श्रेणी) आज 13 अक्टूबर 2020 को, प्रवीण कुमार मिश्रा, महाप्रबंधक, चिरेका द्वारा चिरेका लोको साईडिंग से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया । इस अवसर पर सभी विभागाध्यक्ष, अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण भी उपस्थित थे। इस दौरान कोविड-19 के सुरक्षा को लेकर निर्धारित आवश्यक मानको का भी पालन किया गया।
इस वित्तीय वर्ष 2020-21 मेँ 100 रेलइंजन 102 कार्य दिवसों में तथा आगे के 50 रेलइंजन सिर्फ 27 कार्य दिवसों में बनाकर कुल 129 कार्य दिवसों में 150 रेलइंजन बनाये जो कि पिछले वित्तीय वर्ष 2019–20 में 150 रेलइंजन 128 कार्यदिवसों में बनाये गए थे. कोविड-19 की वजह से लॉकडाउन तथा अन लॉकडाउन की अवस्था, अप्रैल से अगस्त तक इस वर्ष उत्पादन की रफ़्तार को बनाए रखने के पीछे महाप्रबंधक की कार्य योजना, प्रेरणा शक्ति एवं कुशल नेतृत्व के कारण ही संभव हो पाया है।
सनद रहे कि रेलइंजनों का उत्पादन करते समय,चिरेका इकाई के कर्मचारी और सुपरवाइजर द्वारा कोरोना वायरस के खिलाफ सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी तरह की सावधानी बरती जा रही हैं। जैसे चेहरे को मास्क से ढकना,सुनिश्चित दूरी बनाए रखना,नियमित हाथों की सफाई और जन-स्वास्थ्य कर्मचारियों दावरा कार्य स्थल की साफ-सफ़ाई करना।
ज्ञात हो कि चिरेका ने वित्तीय वर्ष 2018-19 में 402 लोको का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था जिसे लिम्का बुक ऑफ़ रिकार्ड्स द्वारा सम्मानित किया गया थाएवं गत वर्ष 2019-20 में 431 रेल इंजन बना कर नया विश्व कीर्तिमान स्थपित किया है। रेलइंजन उत्पादन के प्रगति के इस रफ्तार से यह उम्मीद है चिरेका फिर एक कीर्तिमान स्थापित करने में सफल होगा।

Copyright protected