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जामुड़िया के कोरोना मरीज वाले कारखाने के श्रमिकों ने किया विद्रोह, मामले को दबाने की हुई कोशिश

प्रबंधन के खिलाफ श्रमिकों ने किया हँगामा

पश्चिम बंगाल – रानीगंज ,जामुड़िया विधानसभा क्षेत्र के सुप्रसिद्ध लोह इस्पात का कारखाना सुपर स्मेल्टर प्राइवेट लिमिटेड में कार्यरत एक श्रमिक को कोरना वायरस पॉजिटिव अर्थात संक्रमक होने की खबर को लेकर जामुड़िया इलाके में दहशत फैल गई है । हालांकि प्रथम चरण में इस मामले को रफा-दफा करने की प्रयास भरपूर की गई। लेकिन मामला धीरे-धीरे तूल पकड़ रहा है । आज इस रोगी के साथ काम करने वाले कर्मी भी उत्तेजित हो उठे और प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। उक्त श्रमिकों का आवाज बलपूर्वक दबाने की प्रयास की जा रही है।

कोरोना की बात दबाने की हुई भरपूर कोशिश

फैक्ट्री प्रबंधन की लापरवाही के खिलाफ आरोप होने वाली जाँच को भी रफा दफा करने के लिए बहूयामी प्रयास की गयी सूत्रों के मुताबिक 6 अप्रैल को यहाँ कार्यरत श्रमिक को कोरना होने की संदेह हुआ और आनन-फानन में युवक अपने घर कुमारधुबी (धनबाद – झारखंड) एक स्कूटर पर सवार होकर फरार हो गया था। जब उस युवक की धनबाद में जाँच पड़ताल हुई तो युवक पॉजिटिव पाया गया। उन्हें चिकित्सा के लिए आइसोलेट कर दिया गया और परिवार के बाकी के तीन सदस्यों को क्वारंटीन कर दिया गया , साथ ही पूरे कुमारधुबी को सील कर दिया गया ।

धनबाद प्रशासन ने प० बर्धमान प्रशासन को दी जानकारी

धनबाद प्रशासन द्वारा इसकी सूचना पश्चिम बर्द्धमान के जिला शासक को दी गई । इस पर कार्यवाही करने के लिए एवं जाँच पड़ताल करने के लिए जामुड़िया के बीडीओ को कारखाने भेजा गया और तब से इस  मामले को रफा-दफा करने का प्रयास जारी है। इस युवक के साथ काम करने वाले 15 श्रमिकों को भी फैक्ट्री प्रबंधन ने क्वारंटीन करने के नाम पर 2 दिन पूर्व ही उसे फैक्ट्री के अंदर ही रखा  है।

फैक्ट्री ने लॉकडाउन में भी जारी रखा था काम , कोरोना संदिग्ध श्रमिक की बात छुपाई

फैक्ट्री प्रबंधन का कहना है कि फैक्ट्री को पूरी तरह से सैनिटाइज़  की गई है और युवक के संग में काम करने वाले सभी को क्वारंटीन करके रखा गया है लेकिन प्रश्न उठता है कि इतना विलंब क्यों हुआ । वहीं यह भी आरोप लगाया जा रहा है कि प्रबंधन ने लॉकडाउन में दो यूनिट पावर प्लांट , फर्निश एवं पावर चालू रखा था। यह भी जाँच पड़ताल की जा रही है कि कोरोना ग्रस्त युवक आखिर कहाँ से आए थे और किसके साथ गया था । इसे  लेकर भी जाँच पड़ताल की मांग की जा रही है ।

कारखाने में रह रहे श्रमिकों ने कर दिया विद्रोह

दूसरी ओर फैक्ट्री के अंदर क्वारंटीन में रहने वाले 18 युवक ने शनिवार को विद्रोह कर दिया और घर जाने के लिए हंगामा करने लगे ।  उनका आरोप था कि हम लोग भी घर जाएँगे क्योंकि हम लोगों को खाने-पीने से लेकर रहने में बेहद असुविधा हो रही है , इस पर प्रबंधन बल पूर्वक इसे रोकने के प्रयास में है ।

उन्हें यह भी समझाया जा रहा है कि यहाँ से जाने के बाद हो सकता है कि रास्ते में कहीं न कहीं प्रशासन इन्हें पकड़ ले और क्वारंटीन में रख देगी , उससे  परेशानी बढ़ेगी वहीं दूसरी ओर फैक्ट्री का नाम  चारों ओर उजागर हो जाएगा।

मंडे मॉर्निंग न्यूज़ नेटवर्क पहले दिन से ही दे रहा जानकारी

इस घटना की हर रोज की खबर मंडे मॉर्निंग न्यूज़ नेटवर्क उस दिन से ही दे रहा है जब से जामुड़िया में काम करने वाला यह श्रमिक धनबाद के कुमारधुबी पहुंचा था और कोरोना पॉज़िटिव होने का संदेह हुआ था । प ० बर्धमान जिला प्रशासन ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया एवं इस खबर पर न तो कोई संज्ञान लिया और न ही कोई व्यवस्था की ।

जब कोरोना वायरस की पुष्टि हो गयी और धनबाद प्रशासन के अधिकारी ने इसकी जानकारी प० बर्धमान जिला शासक को यहाँ आकर दी तब जिला शासक ने जामुड़िया बीडीओ को जांच के लिए भेजा लेकिन तब भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया । और अब यह मामला तूल पकड़ने लगा है एवं श्रमिकों ने भी विरोध शुरू कर दिया है । इसी बीच जामुड़िया के चुरुलिया में पुलिस और ग्रामीणों के बीच हिंसक झड़प की घटना भी घटी जिसमें जामुड़िया के थाना प्रभारी गंभीर रूप से घायल हुये और इलाजरत हैं ।

जिलाशासक का हुआ तबादला

प्राप्त खबर के अनुसार प० बर्धमान जिलाशासक का तबादला हो गया है । इस लॉकडाउन के माहौल में तबादले को रूटीन तबादला तो नहीं कहा जा सकता है हालांकि तबादले के कारण से जुड़ी किसी खबर की जानकारी प्राप्त नहीं है ।

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Last updated: अप्रैल 18th, 2020 by Raniganj correspondent