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झारखंड नंबर के ऑटो के बंगाल प्रवेश पर लगी रोक, हुआ सड़क जाम

ऑटो चालों ने किया सड़क जाम

झारखंड से आने वाले झारखंड नंबर के ऑटो को बंगाल में प्रवेश पर रोक लगा दिया गया है।

गुरुवार (27 जुलाई ) से कुल्टी ट्राफिक पुलिस ने झारखंड नम्बर ऑटो के बंगाल में प्रवेश करने से रोक लगा दिया ।

इसके विरोध में  एक घंटा तक सड़क अवरोध कर प्रदर्शन किया.

बैगुनिया चेकपोस्ट के पास हुआ सड़क जाम

बैगुनिया और चिरकुंडा के ऑटो चालको ने गुरुवार को बैगुनिया चेकपोस्ट के पास सड़क जाम किया ।

सड़क जाम से बैगुनिया और झारखंड चिरकुंडा से आने-जाने वाले वाहनों की कतार लग गई.

जेएमएम के नेता अशोक मंडल ने किया हस्तक्षेप , नहीं हुयी कोई सुनवाई

लगभग एक घंटे तक सड़क जाम के बाद सभी चालक जेएमएम के नेता अशोक मंडल के साथ कुल्टी थाना प्रभारी से जाकर मिले.

जहाँ कोई सुनवाई नहीं होता देख आसनसोल एसडीओ कार्यालय और एसडीओ को घटना की जाकारी दी.

ट्रैफिक प्रभारी ने खड़े किए हाथ , कहा ऊपर से आदेश है

घटना की जानकारी मिलने के बाद कुल्टी ट्रैफिक प्रभारी हरिशंकर यादव मौके पर पहुंचे

उन्होने सड़क अवरोध कर रहे नाराज ऑटो चालकों से बात चीत की.

उन्होंने साफ तौर पर कहा कि ऊपर से जो आदेश आया है हम उसका निर्वाह कर रहे है.

उन्होने कहा कि झारखण्ड नंबर ऑटो के बंगाल में प्रवेश होने पर सही कागजात नहीं पाये गए तो कड़ी कार्यवाही होगी.

बराकर वैगुनिया बस स्टैंड, चिरकुंडा, कुमारधुबी तालडांगा के ऑटो चालक ने बराकर चिरकुंडा पुल के पास सड़क जाम किया।

इन ऑटो चालकों के पास झारखंड के कागजात है.

बंगाल और झारखंड आपस में सटे होने के कारण हमेशा इन लोगो का आना-जाना लगा रहता है.

सभी चालको का कहना है कि हम लोग बराकर बस स्टैंड से आगे जाते ही नही है तो फिर हम लोगो के ऑटो पर कार्यवाही क्यों हो रही है.

बस मालिकों के मांग पर लगी है रोक

प्रशासन का कहना है कि विगत दिनों आसनसोल डीएम कार्यालय में बस मालिको ने ये मांग रखी थी ।

बस मालिकों का कहना है कि बस के रूट में जीटी रोड पर ऑटो ओर टोटो  यात्री को उठा लेते है.

जिससे बस का व्यापार लगातार खराब हो रहा था.

इनलोगो की मांग थी कि ऑटो व टोटो के रूट का निर्धारण हो. एक परमिट की व्यवस्था हो.

डीएम कार्यालय में लिया गया निर्णय

डीएम कार्यालय में उपस्थित सभी प्रशासन के आला अधिकार और एमवीआई के अधिकारी एवं ट्रैफिक अधिकारी की मौजूदगी  लिया गया निर्णय।

एक महीने में पूरी वयवस्था दुरुस्त करने का निर्णय लिया गया।

ऑटो और टोटो को वार्निंग देते हुये उन्हें निर्धारित रुट के साथ अपने परमिट पर चलने को कहा गया .

झारखंड के ऑटो को पूरे कागजात के साथ प्रवेश करने की हिदायत दी गयी

बंगाल में जेएच नम्बर के ऑटो अपने पूरे कागजात के साथ प्रवेश करने की हिदायत दी गयी नही तो उनपर कार्यवाही होगी.

मालूम हो कि बंगाल के पडोसी राज्य होने की वजह से बंगाल और झारखण्ड के ऑटो की आवाजाही काफी ज्यादा संख्या में होती है.

व्यवसाय पर होगा असर

बराकर के व्यवसायियों ने कहा कि यदि झारखण्ड से ऑटो और टोटो का आवागमन बंद हो जायेगा तो

इसका प्रतिकूल असर सीधा उनके व्यापर पर पड़ेगा.

-जहाँगीर आलम (आसनसोल )

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Last updated: अक्टूबर 11th, 2017 by Pankaj Chandravancee