पांडेश्वर के भुईया पाड़ा इलाके में ठंड से बचने के लिए अपने घर के भीतर कमरे में चूल्हा जलाकर परिवार के लोगों को काफी मंहगा पड़ा। बंद कमरे में चूल्हा जलाकर सोने के कारण परिवार के मुखिया छोटु भुईया (50) और उनकी पत्नी प्रमिला देवी (44) की मौत हो गई। उनके पुत्र वावला भुईया (18) की हालत गंभीर बताई जा रही है। घटना के संबंध में मिली जानकारी एक अनुसार भुईया परिवार के लोग बीते रात अपने कमरे में जला हुआ चूल्हा रख कर सो गए थे।
मंगलावर काफी दिन निकल जाने के बाद भी इस परिवार के लोगों को घर से बाहर नहीं निकलता देख, स्थानीय लोगों ने घर का दरवाजा खटखटाते हुए काफी देर तक आवाज लगाई। लेकिन घर के भीतर से कोई उत्तर नहीं मिलने के बाद लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी। सूचना पाकर मौके पर पहुँची पुलिस ने घर का दरवाजा तोड़कर भीतर प्रवेश किया। जहाँ छोटे भुईया और उसकी पत्नी को मृत अवस्था में पाया। उसके लड़के की हालत गंभीर दिखाई दी।
गंभीर हालत में उसे एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। प्राथमिक तौर पर पुलिस का मानना है, बंद कमरे में चूल्हा जला कर सोने के कारण दम घुटने से इनकी मौत हुई है। पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट आने के बाद स्थिति पूरी तरह से साफ हो जाएगी। गौरतलब है कि इस प्रकार दम घुट कर मरने की यह पहली घटना नहीं है। बीते साल भी दुर्गापुर के कुरूलिया डांगा के बाउरी पाड़ा इलाके में भी इस प्रकार की घटना में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो चुकी है। घटना को लेकर इलाके में शोक का माहौल देखा गया।