Site icon Monday Morning News Network

यहाँ के भाजपा कार्यकर्ताओ ने नहीं मनाया गाँधी जयंती

नियामतपुर :- 2 अक्टूबर यानी राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जन्मदिन. जिसका पालन पूरे शिल्पांचल में सभी राजनितिक दल तथा सरकारी व गैर सरकारी संगठनो ने काफी श्रद्धापूर्वक किया.

सीतारामपुर स्टेशन रोड स्थित कांग्रेस कार्यालय में मनी गांधी-शास्त्री जयन्ती

इस दौरान सीतारामपुर स्टेशन रोड स्थित कांग्रेस कार्यालय में वरिष्ठ नेता चंडी चटर्जी के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने काफी धूमधाम से दोनों महापुरुषों की जयंती मनाई. सभी ने माल्यादान कर गांधी जी के आदर्शो पर चलने का संकल्प लिया. इस दौरान चंडी चटर्जी के आलावा सुकांतो दास, मो. सिराजुल आदि शामिल थे.
चंडी चटर्जी ने अपने संबोधन में कहा कि बापू ने सत्य और अहिंसा के सहारे आजादी की लड़ाई लड़ी और हमें अंग्रेजो की गुलामी से मुक्ति दिलाई. हमें उनसे प्रेरणा लेने की आवश्यकता है.
इसे विडंबना ही कहा जायेगा कि आज गाँधी अपने देश में ही उपेक्षित है, जबकि उनके कातिल की सराहना की जाती है .

आसनसोल के राहा लेन स्थित कांग्रेस कार्यालय गांधी जयंति मनाया गया

आसनसोल के राहा लेन स्थित कांग्रेस कार्यालय में शाहिद परवेज के नेतृत्व में गाँधी जयंती मनाई गयी और उनके आदर्शो पर चलने का संकल्प लिया.

भाजपा कुल्टी मण्डल ने नहीं मनाई गांधी जयंति

हर कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने वाली भाजपा कुल्टी मंडल गांधी जयंती मनाने से खुद को दूर रखे रही. जबकि इस विषय पर भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष संतोष वर्मा से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यहाँ गाँधी जी प्रतिमा नहीं है, जिसके कारण नियामतपुर कार्यालय में ही गाँधी जयंती मनाई गयी. हालाँकि सूत्रों के अनुसार ऐसा कोई कार्यक्रम नियामतपुर भाजपा कार्यालय में नहीं देखा गया. जबकि संतोष वर्मा ने कहा कि आज के दिन वे और उनके कार्यकर्ता स्वच्छता अभियान चला रहे थे. इस विषय पर कांग्रेसी नेता शहीद परवेज ने कहा कि भाजपा शुरू से ही गाँधी विरोधी और गोडसे समर्थक रही है, तो वे गाँधी जयंती कैसे मना सकते है. वही आम लोगो की भी इसपर मिलीजुली प्रतिक्रिया प्राप्त हुई है.

गांधी जयंती क्यों ? गांधी – शास्त्री जयंती क्यों नहीं

Last updated: अक्टूबर 11th, 2017 by News Desk