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डॉक्टर ने लिखा कुछ , दुकानदार ने दिया कुछ और -बच्चे की तबीयत बिगड़ी

गलत दवा देने के आरोप में पुलिस ने दुकान को बंद किया

शुक्रवार(15/12/2017) की रात को न्यू टाउनशिप थाना अंतर्गत मामडा बाजार स्थित जनता मेडिकल दवा दुकान में काम कर रहे कर्मियों ने एक शिशु को गलत दवा दे दी जिसे पीने के बाद शिशु बुरी तरह बीमार पड़ गया। इससे भड़के शिशु के परिजनों व स्थानीय लोगों ने शाम को दवा दुकान पर हमला कर दिया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची न्यू टाउनशिप थाना की पुलिस ने दुकान को ताला मार दिया।

इससे पहले भी गलत दवा देने का मामला सामने आया है

आरोप है कि मामडा बाजार के सुकांतपल्ली निवासी जय गुरु राजा के शिशु को दुकान कर्मियों ने प्रिस्क्रिप्शन को देखते हुए भी गलत दवा दे दी जिस कारण उसकी हालत काफी बिगड़ गई। इसके पहले भी दवा दुकान के कर्मियों द्वारा एक स्थानीय गर्भवती महिला को भी गलत दवा देने की बात सामने आई है जिस कारण उसकी हालत काफी गंभीर हो गई थी।

दवा पीने से बच्चे की हालत बहुत बिगड़ गयी

इस बारे में शिशु के पिता जयगुरु राजा ने बताया कि उसके शिशु के लिए एक चिकित्सक ने कुछ दवा लिखी थी। वही प्रिस्क्रिप्शन के आधार पर वह दवा दुकान से दवा लेने गया था। उन्होंने कहा कि घर लौटकर उसने अपने शिशु को दवा पिलाई जिसे पीते ही वह हाथ-पैर खींचने लगा। लिहाजा परिजनों ने शिशु को फौरन महकमा हस्पताल में भर्ती कराया जहां उसकी हालत पहले से बेहतर है।

बच्चे के परिजन ने किया हंगामा

इससे भड़के शिशु के परिजनों समेत स्थानीय लोगों ने दवा दुकान में तोड़फोड़ की जहां से दुकान मालिक व कर्मी फरार हो गए। घटनास्थल पर पहुंचे मामडा बाजार व्यवसाई कमेटी के प्रतिनिधियों ने मामले की छानबीन का आश्वासन देकर उत्तेजित लोगों को को शांत कराया। न्यू टाउनशिप थाना की पुलिस ने दुकान मालिक दलान वर्णवाल को थाने में बुलाया है। शिशु के पिता जय गुरु राजा ने दुकान मालिक के खिलाफ न्यू टाउनशिप थाने में शिकायत भी दर्ज कराने की बात कही।

इलाके में नौसिखिये चला रहे दवा दुकान

गौरतलब है कि दुर्गापूर सहित पूरे शिल्पाञ्चल के ज़्यादातर दवा दुकान गैर प्रशिक्षित कर्मी चला रहे हैं। नियम के अनुसार दवा की  दुकान चलाने के लिए फार्मेसी की डिग्री अथवा डिप्लोमा या फिर तय प्रशिक्षण को पास करना पड़ता है। परंतु पूरे इलाके में विरले ही कुछ दुकान होंगे जो नियमों का पूरी तरह से पालन कर रह रहे हैं।  उनके गैर प्रशिक्षित कर्मचारी अक्सर इस  तरह की गलतियाँ करते हैं जिसका खामियाजा मरीज को भुगतना पड़ता है।

Last updated: दिसम्बर 16th, 2017 by Durgapur Correspondent