आलमपूरा गुरुद्वारा को तोड़ने वालों पर थाने में लिखित शिकायत। गुरुद्वारा नानक सत्संग आलामपूरा हावड़ा जिला अंतर्गत नेशनल हाइवे ओर स्थानीय पंचायत के खिलाफ गुरुद्वारा की दीवार तोड़ने का लगा आरोप, गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी की तरफ से स्थानीय थाने के पंचायत प्रधान ओर नेशनल हाइवे के खिलाफ लिखीत शिकायत की गई है। गुरुद्वारा कमिटी के सेक्रटरी जसविंदर सिंह ने आरोप लगाया कि गुरुद्वारा के अगल बगल ओर भी गलत तरीके से लोगों ने अतिक्रमण किया है, लेकिन सिर्फ गुरुद्वारा ने कुछ जगह में दीवार की थी, उसी को तोड़ा गया । हमलोगों को नोटिस दिया गया था, हमने खुद निर्माण कार्य अपनी जगह में शुरू कर दिया था। लेकिन हमें पंचायत ने समय नहीं दिया जिसके कारण बहुत नुकसान हुआ।
इस ख़बर को पाकर सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कामेटी केवाइस चेयरमैन सह बर्द्धमान गुरुद्वारा के प्रधान महिंदर सिंह सलूजा ने कहा कि सेंट्रल कमिटी को जैसे ही ख़बर मिली हमलोगों की टीम आलामपूरा गुरुद्वारा पहुँची ओर पुलिस कमिश्नर सी सुधाकर से मिलकर पूरी जानकारी दी प्रशासनिक स्तर पर करवाई की मांग रखी है पुलिस कमिश्नर ने आश्वासन दिया है कि इस पर कानूनी जो करवाई होगी कि जायगी ,तख़्त हरमंदिर जी पटना साहिब की मैनेजिंग कमिटी को इस घटना की पूरी जानकारी दी गई है।
दूसरी तरफ सेंट्रल गुरुद्वारा के कार्यकारी प्रधान सुरजीत सिंह मक्कड़ ने कहा हमलोगे परिस्थिति पर पूरी नज़र रखे हुये है सेंट्रल कमिटी ने पहल कर इस मामले को जल्द निबटाने के लिए महिन्द्रा सिंह सलूजा के साथ सदस्य वहाँ गए है सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के सचिव तरसेम सिंह ने कहा इस तरह से सिर्फ गुरु घर को तोड़ने से सिख समाज बहुत आहत हुआ है। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से अनुरोध करंगे की दोषियी पर करवाई जरूर करे।
कोलकात के तृणमूल नेता और सामाजिक कार्यकर्ता मनजित सिंह जीती ने कहा कि हमलोगे दोषियों पर सजा मिले मांग करते है इस तरह की बंगाल में आइंदा कोई घटना ने घटे इस मामले को लेकर कोलकाता सिंह सभा के अजीत सिंह बारी ने भी विरोध जताया है और कहा कि गुरुद्वारा ने थोड़ी जगह घेर कर दीवार कर ली थी थोड़ा और समय देते तो हटा ली जाती सिर्फ गुरु घर को ही क्यों टारगेट किया गया सवाल खड़े किया है।