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सालानपुर में धूमधाम से मनाया गया विश्व आदिवासी दिवस, 12 मेघावी छात्र-छात्राओं को मिला लेपटॉप और टैब

सालानपुर। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आह्वान पर 9 अगस्त को राज्यभर में विश्व आदिवासी दिवस को धूमधाम से मनाया गया। मंगलवार को पश्चिम बर्दवान जिला प्रशासन एवं सालानपुर पंचायत समिति की साझा तत्वाधान में रूपनारायणपुर स्तिथ नंदनिक हाल सभागार में विश्व आदिवासी
दिवस मनाया गया।
आयोजन में मुख्य रूप से पश्चिम बर्दवान जिला शासक एस अरुण प्रशाद, जिला सभाधिपति सुभद्रा बाउरी, आसनसोल नगर निगम मेयर सह बाराबनी विधायक बिधान उपाध्याय, अतिरिक्त जिला शासक संजय पाल, जिला परिषद कर्माध्यक्ष मो०अरमान, जिला परिषद सदस्य कैलाशपति मंडल, सालानपुर पंचायत समिति सभापति फाल्गुनी कर्मकार घासी एवं सालानपुर बीडीओ रजेश कुमार, संयुक्त बीडीओ श्रेया नाग ने संयुक्त रुप से दिप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का सुभारम्भ किया। कार्यक्रम में पश्चिम बर्धमान जिले के कंकसा स्तिथ आदिवासी समुदाय के स्कूल एकलब्य मॉडल रेसिडेंशियल के उच्च माध्यमिक एंव माध्यमिक में प्रथम एंव द्वितीय स्थान पर रहे 12 मेघावी छात्र-छात्राओं को लेपटॉप एंव टैब दे कर समानित किया गया। साथ ही कार्यक्रम के माध्यम से क्षेत्र के विभिन्न पत्रकारों को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के पूर्व अतिथियों का पारंपरिक आदिवासी नृत्य के साथ स्वागत किया गया। आयोजन में उपस्थित जिला शासक एस अरुण प्रशाद ने कहा कि आज राज्य सरकार आदिवासी समुदाय के विकास के लिये दुवारे सरकार कार्यक्रम के तहत सभी आदिवासी गाँव में सरकारी कैम्प लगा कर समुदाय को सरकारी योजनाओं से जोड़ रही है जिससे उनको लाभ मिले, जय जोहार पेंशन योजना के समेत कई योजनाओं द्वारा आदिवासी समुदाय के लोगो को लाभ पहुचाने का कार्य किया जा रहा है। इस दौरान जिला सभाधिपति सुभद्रा बाउरी ने कहा कि राज्य की मुख्यमंत्री ममता दीदी आदिवासियों के उत्थान के लिए निरंतर कार्य कर रही है, जय जोहार योजना से आदिवासियों को आर्थिक सहायता प्रदान किया गया।
वही मेयर सह बाराबानी विधायक बिधान उपाध्याय ने कहा कि विश्व के लगभग 90 से अधिक देशों मे आदिवासी समुदाय के लोग रहते हैं। दुनियाभर में आदिवासी समुदाय की जनसंख्या लगभग 37 करोड़ है, जिसमें लगभग 5000 अलग–अलग आदिवासी समुदाय है, इसके बावजूद आदिवासी लोगों को अपना अस्तित्व, संस्कृति और सम्मान बचाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। आदिवासी समुदाय के संरक्षण के लिये पूरे विश्व में आज के दिन आदिवासी दिवस के रूप में मनाया जाता है। आज दुनियाभर में नस्लभेद, रंगभेद, उदारीकरण जैसे कई कारणों की वजह से आदिवासी समुदाय के लोग अपना अस्तित्व और सम्मान बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। किन्तु पश्चिम बंगाल की माननीय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आदिवासियों के उत्थान के लिए आदर्श है, जिन्होंने राज्य में आदिवासी समुदायों के लिये विशेष कर आदिवासी गाँव मे
सरकारी कैम्प लगा कर राज्य सरकार की सभी योजनाओ को उनके घर तक पहुँचा दिया। मौके पर पंचायत समिति सह सभापति विधुत मिश्रा, समाजसेवी भोला सिंह, विभिन्न पंचायत के प्रधान, उपप्रधान समेत आदिवासी समुदाय एंव अन्य उपस्थित थे।

Last updated: अगस्त 9th, 2022 by Guljar Khan