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बंगाल प्रशासन का सख्त रुख , झारखंड नंबर लगे ऑटो रिक्शा को किसी भी हाल में नहीं चलने दिया जाएगा

बंगाल प्रशासन ने झारखंड नंबर लगे आटो रिक्शा चालकों की मांग को पूरी तरह से किया खारिज, बुधवार को इलाके के ढाई सौ ऑटो चालक आपातकालीन बैठक में भाग लेकर आगे की रणनीति करेंगे तय

रूपनारायणपुर । आसनसोल एसडीओ ऑफिस के नीचे आरटीओ ऑफिस में चित्तरंजन, जलटंकी, रूपनारायणपुर एवं कुल्टी से कुल पाँच सदस्यों वाली ऑटो चालकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आरटीओ के साथ बैठक की।

बेनतीजा रही ऑटो चालकों और आरटीओ अधिकारी के साथ बैठक

मंगलवार दोपहर साढ़े 12 बजे आयोजित की गई बैठक पूरी तरह से बेनतीजा रहा। बैठक में प्रशासन द्वारा साफ कर दिया गया कि किसी भी हाल में झारखंड नंबर वाले ऑटो को बंगाल में नहीं चलने दिया जायेगा। चाहे वह बॉर्डर इलाका हो या न हो। क्योंकि यह कोलकाता हाई कोर्ट का निर्देश है।

ऑटो चालकों ने अपनी कई परेशानियाँ गिनाई लेकिन कोई असर नहीं हुआ

इस संबंध में ऑटो चालक के नेता संजीत घोष ने बताया कि हम लोग चित्तरंजन, रूपनारायणपुर आदि इलाके से पाँच लोग बैठक में भाग लिये। जिसमें कुल्टी से एक महिला भी शामिल थी जिसका बेटा ऑटो चलाता है। संजीत ने बताया कि हम लोगों ने प्रशासन को बताया कि अधिकांश ऑटो रिक्शा का लोन का किस्त चूकता नहीं हुआ है ऐसे में ऑटो पर पाबंदी लगाना ठीक नहीं है। हम लोग बंगाल -झारखंड सीमा पर रहते हैं एवं उस इलाके में ऑटो चलाते हैं। बंगाल से यात्रियों को झारखंड एवं झारखंड से यात्रियों को बंगाल लाया जाता है। ऐसे में ऑटो पर पाबंदी लगाना ठीक नहीं है। इससे सैकड़ों परिवार भूखमरी की कगार पर आकर खड़ी हो जाएगी।

सीएनजी ऑटो चलाने का निर्देश

प्रशासन की ओर से कहा गया की आप लोग बैंक से बात कीजिए हम लोग सीएनजी वाहन देंगे। लेकिन फिर ऑटो चालक के प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि सीएनजी वाहन लेने में पैसे खर्च करने पड़ेंगे। पहले का लोन ही चूकता नहीं हुआ है तो दूसरा लोन के पैसे कहाँ से लाएं। ऐसी परिस्थिति में हम लोग सीएनजी वाले ऑटोरिक्शा लेने में असमर्थ हैं।

प्रतिनिधिमंडल ने प्रशासन को सुझाव दिया कि जिस प्रकार झारखंड के बड़े-छोटे अन्य बस एवं यात्री वाहन बंगाल में प्रतिदिन प्रवेश करती है ठीक उसी तर्ज पर सरकार हमारे वाहनों से टैक्स लेकर ऑटो रिक्शा चलाने की अनुमति दें। इस पर प्रशासन ने साफ कर दिया कि ऑटो रिक्शा के लिए ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। इसलिए झारखंड लगे नंबर नंबर वाले ऑटो को किसी भी हाल में बंगाल में नहीं चलने दिया जाएगा।

आटो चालक नेता संजीत घोष ने कहा कि हम लोग बुधवार को इलाके के लगभग ढाई सौ ऑटो चालक एक आपातकालीन बैठक बुलाकर आगे की क्या रणनीति होगी इसका निर्णय लेंगे।

मंगलवार को रात 9 बजे तक ऑटो चालकों ने किया सड़क जाम

विदित हो कि सोमवार की दोपहर आसनसोल चित्तरंजन मुख्य मार्ग को झारखंड नंबर लगे ऑटो चालकों ने लगभग 8 घंटे के लिए पूरी तरह से सड़क जाम कर दिया था साथ ही रूपनारायणपुर मिहिजाम मार्ग पर आगजनी कर आरटीओ के खिलाफ नारेबाजी की थी। दोपहर ढाई बजे से शुरू किया गया रोड जाम रात के 9 बजे खत्म किए गए थे। आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के एसीपी वेस्ट शान्तोव्रतो चंदो ने मौके पर पहुँचकर ऑटो रिक्शा चालकों को यह भरोसा दिलाया था कि मंगलवार को आरटीओ के साथ उनकी मीटिंग फिक्स कराई जाएगी। जहाँ ऑटो चालक अपनी वाजिब मांग रख सकने में कामयाब होंगे। जिसके बाद ही सड़क जाम हटाया गया था। इस सड़क जाम में कुछ देर के लिए चिरेका के महाप्रबंधक का काफिला भी फंस गया था।

Last updated: जून 25th, 2019 by Om Sharma