झरिया में महिलाओं ने लगाए जल दो या जेल दो के नारे
झरियाः पिछले आठ महीनों से झरिया में व्याप्त घनघोर जलसंकट से यहाँ की जनता आजिज आ चुकी है। रोज की समस्या से सर्वाधिक प्रभावित घर की महिलायेंं और गृहिणियाँ है। आज इनके सब्र का बांध टूट गया और ये सड़क पर उतर गईं।
सामाजिक संस्था युवा संगठन के बैनर तले आज इन्होंने झरिया के धर्मशाला रोड पर पानी के बर्तनों, गैलन आदि के साथ प्रदर्शन किया और जल दो या जेल दो के नारे लगाये।
सत्याग्रहियों का नेतृत्व कर रहे युवा संगठन के अध्यक्ष सौरभ शर्मा ने कहा कि 2018 के जुलाई माह से झरिया में माडा की जलापूर्ति व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। कोई ध्यान देने वाला नहीं है। न विधायक, न सांसद, न मेयर और न प्रशासन कोई भी इस बुनियादी समस्या पर ध्यान नहीं दे रहा है। लोग प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन किसी के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। स्थिति है कि आज घर की महिलायेंँ और गृहिणियाँ सड़क पर उतर गई हैं।
प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने एक सुर में कहा कि पानी के बिना कोई काम नहीं हो सकता है। हमलोगों का जीना मुहाल है। जब सरकार पानी नहीं दे सकती है
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