शिल्पाँचल की स्वयं सेवी संस्था इंसाफ इंडिया का एक और सराहनीय प्रयास। विगत 19 जुलाई को सुबह 6 बजे इंसाफ इंडिया के राष्ट्रीय सचिव वसीम अकरम खान को यह सूचना मिली कि एन एच 2 पर कोई युवती भटक रही है। जो न ही सुन सकती है न ही बोल सकती है, वो अपने परिवार से बिछड़ गई है। वसीम अकरम खान ने जा कर उस महिला को ढाढस बंधाया और अपने इंसाफ इंडिया कार्यालय में ला कर रखा । उसके पास से एक बैग बरामद किया। उस बैग को ढूंढने पर उन्हें एक माचिस की डिबिया में किसी मुकेश कुमार सिंह का मोबाइल नंबर प्राप्त हुआ ।
बात करने पर पता चला कि उक्त महिला उत्तर प्रदेश के बरैली ,फरीदपुर की रहने वाली है और पिछले 15 दिनों से लापता है। महिला बोल और सुन नहीं पाती है। इसीलिए किसी ने उसकी मदद करने की कोशिश भी नहीं कि वसीम अकरम के बताने पर महिला रामरती देवी के पति अमर सिंह और उनके रिश्तेदार मुकेश कुमार आज निघा इंसाफ इंडिया कार्यालय में आ कर महिला को वापस उत्तर प्रदेश ले गए।इस नेक कार्य में मुन्ना खान,विश्वजीत मिश्रा, इसराफिल अंसारी, अफरोज अंसारी, सीता ठाकुर और इंसाफ इंडिया के सदस्यों ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।जिस कारण एक भटकी हुई अपने परिवार से बिछुड़ी दिव्यांग युवती सही सलामत अपने घर लौट सकी।
निज संवादाता कन्हैया कुमार राम