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युक्रेन से सुरक्षित भारत पहुँची मेडिकल छात्रा की जोरदार स्वागत

आसनसोल। पश्चिम बंगाल आसनसोल की रेलपार इलाके की रहने वाली मेडिकल छात्रा साहलीन साजिद रविवार को आखिरकार युक्रेन से अपने वतन अपने घर सुरक्षित पहुँच ही गई, साहलीन के पिता मोहम्मद साजिद बताते हैं, की जब से युक्रेन और रूस रूस के बीच युद्ध छिड़ा है, तब से वह अपनी बेटी की सलामती को लेकर काफी चिंतित थे वो जब भी अपनी बेटी का हाल-चाल जानने के लिये अपनी बेटी को फोन किया तब -तब उनको फोन पर बम और गोले बारूद की धमाके की आवाज सुनाई दी जो आवाज उनके दिलों की धड़कन और भी तेज कर देती थीं, जिसके बाद वह अपने दिलपर पत्थर रखकर अपनी बेटी होंसला बनाये रखने का क़ाम कर रहे थे वो जानते थे कि ऐसे वक्त में उनकी बेटी को होंसला बनाकर रखना होगा साथ में वह लगातार अपनी बेटी को अपने वतन भारत लाने के लिए वहाँ की एम्बेसी व पश्चिम बर्द्धमान के जिला कार्यालय में बने कंट्रोल रूम से लगातार संपर्क बनाते रहे जिसकी वजह से आज उनकी बेटी सुरक्षित अपने वतन भारत पहुँच पाई, साहलीन ने बताया कि वह जिस तरह से युक्रेन में फंसी थी उसे देख उसको यह यकीन नहीं था कि वह अपने वतन अपने घर सुरक्षित वापस आ पायेगी और अपने परिजनों से दोबारा कभी मिल पायेगी।

साहलीन ने बताया कि सुबह से लेकर शाम तक सिर्फ और सिर्फ उसको बम और गोला बारूद के धमाके सुनाई देते थे साथ में लगातार खतरे का सायरन बज रहा था वहाँ अच्छे से इंटरनेट सेवा भी क़ाम नहीं कर रहा था उसको अपने वतन भारत आने के लिये ठंडा और बर्फबारी में वो भी भूखे और प्यासे खुले आसमान के नीचे गुजारनी पड़ी उनके साथ उस समय और भी कई छात्र और छात्राएँ थी वहाँ का माहौला काफी भयावह था पर उस समय उनको वहाँ भारतीय एम्बेसी के द्वारा काफी मदद मिली और उनके साथ अन्य छात्रों को भारत सही सलामत पहुँचाया गया साहलीन के घर वापसी पर उसके परिजनों ने उसका बैंड और बाजे गाजे के साथ स्वागत किया यहाँ तक की साहलीन ने केंक भी काटा और पूरे इलाके में मिठाइयाँ बाँटी गई।

Last updated: मार्च 7th, 2022 by Rishi Gupta