लोयाबाद। शुक्रवार को वट सावित्री त्यौहार के अवसर पर लोयाबाद में सुहागिनों ने वट सावित्री की पूजा की।
पत्नियों का सुबह से ही वट बृक्ष के समक्ष पहुँचने का सिलसिला शुरू होगया। सज-संवर कर पूजा की थाली लिए अपने क्षेत्र के वट बृक्ष के पास पूजा में लीन रही। करीब घण्टे भर के वट बृक्ष की पूजा के दौरान सुहागिनों ने अपनी पतियों के लिए लंबी उम्र का कामना की।
पंडित संतोष उपाध्याय ने सुहागिनों को वट सावित्री की सच्ची कहानी सुनाते हुए कहा कि इस पूजा की मान्यता है कि जो भी सुहागन आज के दिन वट बृक्ष की पूजा करेगी। वो सदा सुहागन रहेगी।
सत्यावन नामक राजकुमार की जिंदगी उनकी पत्नी की तपस्या से दोबारा मिल गयी। पत्नी की जिद के आगे यमज़ार भी हार मान गए। इसलिए पत्नी की श्रद्धा में बहुत बल होती है।
Last updated: मई 22nd, 2020 by