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वासुदेवपुर मैनुअल लोडिंग विवाद, 05 नियोजन व आश्वासन के बाद चक्का जाम समाप्त

लोयाबाद। वासुदेवपुर कोलियरी डंप में मैनुअल लोडिंग की मांग को लेकर ढुलू समर्थक मजदूरों की बंदी रविवार को नियोजन व आश्वासन के बाद समाप्त हो गया। रविवार को मजदूरों द्वारा शीला ट्रांसपोर्टिंग कंपनी का चक्का जाम करने के बाद कंपनी प्रबंधन द्वारा मजदूर पक्ष के पाँच लोगों को कंपनी के ट्रांसपोर्टिंग काम में नियोजन दिया गया। बीसीसीएल प्रबंधन द्वारा मैनुअल लोडिंग का प्रस्ताव मुख्यालय भेजे जाने की बात कही गई।

बताया जाता है कि पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत ढुलू समर्थक मजदूरों ने रविवार को वासुदेवपुर कोलियरी डंप में चलने वाली शीला ट्रांसपोर्टिंग कंपनी का चक्का जाम कर दिया। करीब 150 सौ की संख्या में असंगठित महिला पुरुष मजदूर सुबह आठ बजे कोलियरी डंप में पहुँचे और वहाँ चल रहे ट्रांसपोर्टिंग के कार्य को बंद करवा दिया। मजदूर मैनुअल लोडिंग की मांग को लेकर नारेबाजी कर रहे थे।

बंदी के मद्देनजर भारी संख्या में पुलिस व सीआईएसएफ दल मौके पर मौजूद थे। करीब तीन घंटे तक बंदी के बाद केन्दुआडीह अंचल निरिक्षक हरि शंकर सिंह के सहयोग से आंदोलनकारियों से सिजुआ जीएम के साथ फोन पर वार्ता हुई, जिसमें जीएम द्वारा तीन महीने में मैनुअल लोडिंग का प्रस्ताव मुख्यालय भेजे जाने की बात कही गई। जिसके बाद आंदोलन समाप्त हो गया।

आंदोलन का नेतृत्व भाजपा नेता दिनेश रवानी व सुनील राय कर रहे थे। आंदोलन में गोविन्द कुमार बाउरी, अनिल पासवान, रवीन्द्र पासवान, विशाल पासवान, राजेश रवानी, शिवा दास, सुरज कुमार, जितेन्द्र पासवान, असंगठित मजदूर संघ के अध्यक्ष स्व रामन्चंद्र राम की पत्नी मुनदेवी,कोपली देवी , रामसेवक केवट, बजरंग दास, रवीन्द्र सिंह, विक्रम भुईयां, सुजीत बाउरी, राजेश गिरि, विनय पासवान, छोटू यादव आदि मौजूद थे।

सड़क के बीच खड़ा कर दिया हाइवा

ढुलू समर्थक मजदूरों की बंदी के दौरान दूसरे गुट के ट्रांसपोर्टिंग कंपनी के लोगों द्वारा एक हाइवा को वासुदेवपुर कोलियरी डंप के सामने बीच सड़क में खड़ा कर दिया गया और हाइवा का चालक वहाँ से भाग गया। जिस कारण करकेन्द-कतरास मुख्य मार्ग अवरूद्ध हो गया। पुलिस की सख्ती के बाद हाइवा को दूसरे चालक के सहयोग से बीच सड़क से हटवाया गया, जिसके बाद आवागमन सुचारु रूप से चालू हुआ।

चप्पे चप्पे पर मौजूद थी पुलिस

बंदी को देखते हुए पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया था। लोयाबाद पुलिस ने बंदी के एक दिन पूर्व ढुलू समर्थक 19 लोगों पर धारा 107 के तहत कार्यवाही भी की थी।विधी व्यवस्था भंग करने वालों पर प्राथमिकी दर्ज करने की चेतावनी भी दे दी थी।उसके बावजूद भारी संख्या में आंदोलनकारी बंदी के लिए पहुँचे थे। जिसे देखते हुए रविवार को वासुदेवपुर डंपिंग स्थल पर लोयाबाद, जोगता, केन्दुआडीह सहित भारी संख्या में जिला पुलिस बल के जवान तैनात थे। केन्दुआडीह अंचल निरिक्षक हरि शंकर सिंह खुद मोनेटरिंग कर रहे थे।

मौके पर सीआईएसएफ के अधिकारी व जवान भी मोर्चा संभालें हुए थे। मौके पर विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए केन्दुआडीह अंचल निरिक्षक हरि शंकर सिंह, केन्दुआडीह थाना प्रभारी विनोद उरांव, लोयाबाद थाना प्रभारी चुन्नू मुर्मू, जोगता थाना प्रभारी जनार्दन राम, सीआईएसएफ इंस्पेक्टर आर के सिंह, इंस्पेक्टर राज लक्ष्मी वर्मा, प्रशिक्षु अवर निरिक्षक अमित मार्कि, नीलेश कुमार सिंह, दिवाकर कुमार वर्मा, सहायक अवर निरिक्षक दुम्बी पड़ैया, किशोर प्रसाद यादव, भुनेशवर उरांव आदि उपस्थित थे।

Last updated: अक्टूबर 4th, 2020 by Pappu Ahmad