कल्याणेश्वरी/(प0 बंगाल ): मैथन डैम के हसीन वादियों को निहारने जहां प्रतिदिन सैकड़ो पर्यटक और सैलानी भ्रमण को पहुचते है|
वही आज असमाजिक तत्वों व शराबियों का अड्डा लगने से यहाँ की फिजा धूमिल होती नज़र आ रही है।
साथ ही क्षेत्र में आज असुरक्षा का माहोल है|
यूं कहें तो सूरज अस्त और शराबी मस्त की कहावत चरितार्थ हो रही है
जिससे स्थानीय से लेकर पर्यटकों तक को परेशान करने में मनबढू युवक कोई कसर बाकि नहीं छोड़ते हैं।
आस पास के कुछ स्थानीय युवक की दादागिरी व दबंगई इन क्षेत्रो में आज आम बात हो चुकी है|
ऐसे में छोटी मोटी छेड़खानी को बाहरी पर्यटक नज़र अंदाज कर देते है|
साथ ही तमाशा का पात्र नहीं बनने के कारण पुलिसिया शिकायत भी नहीं हो पाती है।
ऐसे में मनचलों की मनोबल में दिन प्रतिदिन इजाफा हो रही है|
मैथन डैम शांति निवास (प0 बंगाल) से लेकर कालीपहाड़ी (झारखण्ड) तक आये दिन
मनचलों और शराबियों का अड्डा देख जा सकता है|
साथ ही कुछ युवकों को बेखौफ होकर बाइक स्टंट करते डैम के मुख्य मार्ग पर देखा जा सकता है|
पुरे प्रकरण में प्रशासन की बेबसी साफ़ दिखाई देती है
जिसके कारण डैम के चबूतरों पर मनचलों की टोली भयमुक्त होकर सिगरेट की कश के साथ जाम छलकाकर मनमानी करते है|
और आने जाने वाली महिलाओं पर छींटाकसी करते है|
देवघर से मैथन डैम घूमने आए पर्यटक से किया दुर्व्यवहार
ताज़ा घटना की बात करें तो गुरुवार को बाबा वैधनाथ की पावन भूमि देवघर से
गुरुवार को मैथन डैम पिकनिक करने आये युवकों के साथ मारपीट गाड़ी का शीशा तोड़ देने का मामला सामने आया है|
घटना के सन्दर्भ में बताया जाता है की देवघर से पिकनिक मानाने को स्कार्पियो संख्या जे एच 15 एन 5733 पर सवार होकर लगभग सात युवक मैथन डैम शांति निवास के समीप पिकनिक मानाने को पहुचे थे|
तभी मैथन व कुमारधुबी क्षेत्र के कुछ युवक वहाँ पहुचकर पास ही शराब पीने लगे।
शरारती तत्वों ने पहले पर्यटकों का गाली गलोज से स्वागत किया
साथ ही विरोध करने पर मारपीट करने लगे इतना ही नहीं उनके स्कार्पियो का अगला शीशा भी तोड़कर चलते बने|
घटना के बात से यात्री इतने भयभीत हो गए की वे तत्काल मैथन से लोटना चाहते थे|
स्थानीय लोग व दुकानदार द्वरा पीड़ित पर्यटकों को समझा बुझा कर स्थानीय कल्याणेश्वरी पुलिस में मामले की शिकायत करने को कहा गया| किन्तु पुलिसिया पूछताछ और अतिरिक्त परेशानी में पड़ने से यात्रियों ने वापस लौट जाना ही बेहतर समझा|
इसके साथ ही एक बार फिर मनचलों की मनोबल में वृद्धि हो गई|
क्या आज अतिथि देवो भव: की आज यही परिभाषा बन चुकी है
जहां पर्यटकों को अपमानित होना पड़े, स्थिति यही रही तो आने वाले समय में यहाँ पर्यटकों की संख्या में भारी कमी हो जाएगी।
साथ ही क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के दुकान,नौका विहार व ऑटो चालकों के समीप रोज़गार की विकराल समस्या उत्पन्न हो जाएगी|
-संवाददाता , गुलजार खान (कल्यानेश्वरी)