रानीगंज। रानीगंज चैंबर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष एवं रेलवे कमिटी के चेयरमैन आरती खेतान ने यात्रियों की समस्या को दूर करने की दिशा में रेल विभाग को लिखा है कि पश्चिम बंगाल ही नहीं पूरे भारत के पुराने रेलवे स्टेशनों में से प्रथम रेलवे स्टेशन रानीगंज है। लेकिन आज देश के सभी क्षेत्रों में यात्रियों की सुविधा के लिए लोकल ट्रेन से लेकर यात्री ट्रेन की सुविधा प्रदान की जा रही है। जबकि रानीगंज वंचित है इस स्टेशन पर मात्र तीन ट्रेन का ही ठहराव अब तक है। उन्होंने कहा कि रेलवे परिचालन सुचारु रूप से न शुरू होने की वजह से व्यवसायियों को बड़े पैमाने पर नुकसान हो रही है। उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे स्टेशन के आसपास अनेकों दुकानदार स्टेशन बाजार का आज रोटी रोजी के लिए मोहताज हो रहे हैं।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में लिखा है कि एक समय था जब रानीगंज स्टेशन को ही सबडिवीजन बनाए जाना था क्योंकि यह प्रथम रेलवे स्टेशन है। जिसकी बुनियाद 18, 34 इस्वी में लगी थी। इतना ही नहीं हेरिटेज स्टेशन के रूप में भी इसकी पहचान है।
इस स्टेशन को मॉडल स्टेशन के रूप में भी चिन्हित कर मनोनीत की गई है। लेकिन इस स्टेशन को आज उपेक्षित छोड़ दी गई है उन्होंने रेल मंत्री सहित डीआरएम आसनसोल मुख्यमंत्री को भी पत्र लिखा है।