नितुरिया -आस्था का महापर्व छठ पूजा के तीसरे दिन मंगलवार को भगवान भास्कर के अस्ताचलगामी स्वरूप को अर्घ्य अर्पित किया गया. छठ व्रतियाँ अर्घ्य देने के लिए दामोदर नदी पारबेलिया छठ घाट पर पहुँचे थे. नितुरिया पंचायत उप-सभापति शान्ति भूषण प्रसाद यादव ने भी सपरिवार डूबते भगवान सूर्य अर्घ्य दिया. कुछ व्रति अपने घरों से दंडवत करते हुए छठ घाट तक पहुँचे.
दामोदर नदी में खड़े रहकर भगवान सूर्य के अस्त होने का इंतजार करने लगे. सूर्य अस्त होने के दौरान व्रतियों व श्रद्धालुओं ने जल व दूध से उन्हें अर्घ्य अर्पित किया. दामोदर नदी पारबेलिया छठ घाट पर अर्घ्य देने के लिए काफी संख्या में व्रती और श्रद्धालु एकत्रित हुए थे. इस महापर्व को लेकर छठ घाट में स्थानीय पंचायत समिति द्वारा लाईंट-बत्ती की व्यवस्था की गई है. साथ ही छठ घाट पर व्रतियो के लिए सुरक्षा व सुविधा का पूरा इन्तेजाम किया गया. नितुरिया पुलिस की ओर से भी सुरक्षा व्यवस्था के बेहतर इन्तेजाम किये गए. पूजा समिति सदस्यों द्वारा छठ घाट पर दूध व फल का भी वितरण किया गया.
नितुरिया पंचायत के उपसभापति शांति भूषण प्रसाद यादव ने सभी को छठ पूजा की बधाई देते हुए कहा कि छठ पूजा विशेषकर बिहार, उत्तर प्रदेश राज्यों में मनाया जाता था, लेकिन इस पूजा की अलौकिकता ने लोगों को अपने ओर आकर्षित किया और आज ये देश के अनेक राज्यों समेत विदेशों में भी काफी श्रद्धा के साथ मनाया जाता है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री सह तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने छठ पूजा में दो दिनों की छुट्टी की घोषणा करके हमसभी हिंदी भाषियों गौरवंतित किया है. बुधवार की सुबह छठ व्रति भगवान सूर्य के उगते स्वरूप को अर्घ्य अर्पित कर पारन करेंगे.