लोयाबाद। आजसु जिलाअध्यक्ष से वासुदेवपुर के असंगठित मजदूरों को खतरा है। आजसु जिलाअध्यक्ष मंटू महतो व उसका भतीजा संतोष महतो कभी भी मजदूरों पर हमला करवा सकते है।इसे लेकर वासुदेवपुर के असंगठित मजदूरों द्वारा लोयाबाद थाने में लिखित शिकायत देकर मंटू महतो, संतोष महतो व शंकर केशरी से जान का खतरा बताते हुए प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगाई है। असंगठित मजदूरों द्वारा बुधवार को वासुदेवपुर में एक प्रेस वार्ता आयोजित कर इसकी जानकारी दी गई। प्रेस वार्ता में असंगठित मजदूरों के 15 सरदार मौजूद थे।प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए वासुदेवपुर असंगठित मजदूर संघ के संरक्षक दिनेश रवानी ने कहा कि वर्षों बाद वासुदेवपुर कोलियरी में लिंकेज कोयले का ऑफर दिया गया है। जिसमें बालाजी कोल कंपनी द्वारा 24 हजार टन कोयला उठाव का काम लिया गया है। कंपनी के लिफ्टर द्वारा असंगठित मजदूरों को रोजगार के रूप में पिकिंग ब्रेकिंग का पैसा दिए जाने की बात कही गई है। जिस पर असंगठित मजदूर सहमत है परंतु मंटू महतो के इशारे पर कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा एक गुट बनाकर इसका विरोध जताया जा रहा है।
इन असामाजिक तत्वों द्वारा वासुदेवपुर में अशांति फैलाए जाने का काम किया जा रहा है। ये लोग मैनुअल लोडिंग के नाम पर असंगठित मजदूरों से रोजगार छीनने का काम कर रहे है जो कि असंगठित मजदूर कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। मंटू महतो, संतोष महतो व शंकर केशरी द्वारा कुछ दिन पहले भी एकड़ा में गोली बम चलाकर दहशत फैलाने का काम किया गया था और अब इन लोगों द्वारा कभी भी असंगठित मजदूरों पर हमला करवाया जा सकता है। असंगठित मजदूरों द्वारा इस संबंध में धनबाद एसएसपी को भी आवेदन देकर सुरक्षा की गुहार लगाई गई है।
दूसरे गुट का सचिव फर्जी -रमेश हाड़ी
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए रमेश हाड़ी ने कहा कि शंकर केशरी जो अपने आप को दूसरे गुट का सचिव बता रहे है वे फर्जी है। वर्ष 2005 -06 में असंगठित मजदूरों द्वारा रमेश हाड़ी को सचिव बनाया गया था जिसका साक्ष्य भी उनके पास है। दूसरा गुट व उसका सचिव फर्जी है।दूसरा गुट असंगठित मजदूरों का नहीं बल्कि आजसु के कार्यकर्ताओं का है जो वासुदेवपुर में रंगादारी वसूलने के लिए अशांति फैलाने का काम कर रहे है। प्रेस वार्ता में केदार पासवान, गणेश भारती, बजरंग दास, रमेश हाड़ी, अमित कुमार, कोपली देवी, भोला सिंह, मून देवी,बिक्रम भुईया, शिवा दास, रवीन्द्र सिंह, रामसेवक केवट, सुजीत कुमार बाउरी, अजय रवानी, सुरेश कुमार निषाद उपस्थित थे।
आरोप गलत और बेबुनियाद-मंटू महतो
मामले में आजसु जिलाअध्यक्ष मंटू महतो से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि बासुदेवपुर कोलियरी में काम आया है तो तमाम मजदूरों को हक और काम मिलना चाहिए। हम मजदूरों के साथ हैं। बाकि जो आरोप उस पर और उसके भतीजे पर लगाया गया है वह गलत और बेबुनियाद है। कोई किसी पर क्यों हमला करायेगा। सभी मजदूरों को काम मिलना चाहिए।
कोयला उठाव को लेकर वासुदेवपुर में खूनी संघर्ष की आशंका
बताया जाता है कि दशकों बाद वासुदेवपुर में लिंकेज कोयले का ऑफर दिया गया है। जिसके उठाव को लेकर असंगठित मजदूरों का दो गुट आमने सामने हो गया है।कुल 50 हजार टन कोयले का ऑफर दिया गया है। जिसमें बालाजी कोल कंपनी को चौबीस हजार टन तथा आनंद कारबो प्रालि को छब्बीस हजार टन कोकरिज कोयले का आवंटन हुआ है। चौबीस हजार टन का लिफ्टिंग की जिम्मेदारी राम रहीम को मिली है ।जिस पर असंगठित मजदूरों का एक गुट सहमत है परंतु दूसरा गुट मैनुअल लोडिंग की बात कह इसका विरोध कर रहा है।अगर पुलिस प्रशासन सचेत नहीं रहा तो कोयला उठाव को लेकर वासुदेवपुर में कभी भी खूनी संघर्ष हो सकता है।
दूसरे गुट शंकर केसरी ने उपायुक्त को पत्र देकर की मैनुअल लोड़िग की मांग
वही दूसरे गुट के मजदूर मदन मल्लाह, सीता देवी व रेखा दवी ने धनबाद उपायुक्त को पत्र प्रेषित कर मैनुअल लोड़िग की मांग की है।पत्र में प्रशासन के देख-रेख में सुचीबद्ध कर दंगल बनाने के साथ मजदूरों का पैसा सीधा हाथ में मिले।इधर दोनों तरफ से शिकायत के बाद क्षेत्र में तनाव बढ़ रहा है।वही जिला प्रशासन व बीसीसीएल प्रबंधन की चिंता बढ़ रही हैं।एक गुट अपने तरफ दंगल के 15 सरदार अपने साथ बताकर अपना पक्ष मजबूत बता रहा।वही दूसरा गुट पुराने सरदार को मानने से इंकार कर रहा है।