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दो वर्ष पहले ही लगभग 70 लाख की लागत से सजी मैथन टूरिस्ट लॉज को अब ध्वस्त कर थ्री स्टार बनाने की घोषणा

कल्याणेश्वरी। पश्चिम बंगाल सरकार की पर्यटन विभाग द्वारा संचालित मैथन टूरिस्ट लॉज यूं तो मैथन डैम की सोभा में चार चाँद लगाती रही है। पहाड़ियों की गोद में बसे इस मैथन टूरिस्ट लॉज में हर कोई एक रात गुजरना चाहता है। किंतु ठेकेदारों को लाभ पहुँचाने के लिए सरकारी पैसा यह पानी की तरह बहाया जा रहा है।

दो वर्ष पहले ही लगभग 70 लाख की लागत से सज-धज कर उठी मैथन टूरिस्ट लॉज को अब ध्वस्त कर थ्री स्टार बनाने की कवायद शुरू हो चुकी है। ऐसे में टूरिज्म विभाग की गलत प्लानिंग के कारण आज 70 लाख की बलि चढ़ने वाली है।

लगभग दो वर्ष पूर्व टूरिज्म द्वारा अति अत्याधुनिक सुविधाओं से इसका रिपेयरिंग और साजो-सामान का सजावट किया गया था। यूं कहे तो मैथन डैम क्षेत्र में आज भी सबसे खूबसूरत और आकर्षक लॉज में मैथन टूरिस्ट लॉज का नाम पहला है।

थ्री स्टार लॉज बनने की प्लानिंग पहले से थी तो 70 लाख रुपए की बर्बादी क्यों की गयी ?

मैथन परिभ्रमण को पहुँचे पश्चिम बंगाल पर्यटन मंत्री गौतम देव यहाँ थ्री स्टार लॉज बनाने का उद्द्घोष किया था। जहाँ उन्होंने कहा था थ्री स्टार लॉज निर्माण के लिए पुरानी बिल्डिंग को ध्वस्त किया जाएगा। जहाँ पूछा गया इस बिल्डिंग को ध्वस्त ही करना था तो इसके रिपेयरिंग में पहले लगभग 70 लाख खर्च क्यों किया गया। सवाल को टालते हुए मंत्री जी ने कहा यह प्लानिंग पहले का था।

अब यह सवाल उठता है कि सरकार के एक ही विभाग में इतना जल्दी जल्दी प्लानिंग आखिर क्यों चेंज हो जाता है। प्लानिंग जो भी रही हो लाभ तो ठेकेदारों को होना है। जिन्हें निरंतर निर्माण कार्य के लिए ठेका मिल रहा है। और सरकारी पैसे को यहाँ पानी की तरह बहाया जा रहा है। हालांकि यहाँ थ्री स्टार होटल निर्माण से स्थानीय लोग भी खुश है किंतु सवाल अब भी 70 लाख की बर्बादी क्यों की गई।

पर्यटन मंत्री क्या केवल टुरिस्ट लॉज के मंत्री हैं ?

मैथन डैम में नौका चलाने वाले नाविक मुनीर अंसारी ने कहा मंत्री जी क्या सिर्फ टूरिस्ट लॉज के मंत्री है। उन्हें मैथन डैम पर्यटन क्षेत्र के विकास पर भी ध्यान देना चाहिए कि यहाँ आने वाले पर्यटकों को और भी सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। उन्होंने कहा कि दिन-प्रतिदिन मैथन में आने वाले सैलानियों में गिरावट हो रही है। सरकार और पर्यटन विभाग का ध्यान इस और भी आकर्षित होने चाहिए।

मैथन डैम परिभ्रमण को पहुँचे पर्यटन मंत्री गौतम देव के आगमन से क्षेत्र में चारों और खुशी थी, की शायद मंत्री जी मैथन पर्यटन को लेकर भी कुछ उद्द्घोष करेंगे किन्तु आशा निराशा में बदल चुकी है।

दूसरी ओर स्थानीय निवासी बबलू मिर्धा ने कहा मैथन में रोपवे, पैराग्लाइडिंग, पैरासिलिंग, समेत पिकनिक स्पॉट बनाने की उद्द्घोष को कई वर्ष बीत चुकी है। यह योजन सरकार की ठंढे बस्ते में चली गयी। सरकार मैथन क्षेत्र को यदि बढ़ावा देती है तो क्षेत्र में पर्यटक के साथ स्थानीय युवाओं को रोजगार में भी सहायक होगी।

Last updated: जुलाई 26th, 2019 by Guljar Khan