7 नंबर में बीसीसीएल की जमीन हड़पने के लेकर दो गुट आमने सामने है। दोनों के बीच टकराव की पूरी संभावना बनी हुई है। एक गुट लक्ष्मी विश्वकर्मा है। तो दूसरी तरफ पापुन भट्टाचार्य है। दोनों ने जमीन कब्जा करने के लिए दीवार में खिड़की बनाना सुर कर दिया। दोनों के बीच गाली गलौज होते होते नौबत मारपीट तक पहुँच गई।समय रहते लोयाबाद थानेदार रमेशचंद्र सिंह सदलबल पहुँच गए और स्थिति को नियंत्रित किया।
थानेदार ने फिलहाल दोनों के द्वारा बनाई जा रही खिड़कियों को बन्द करने का आदेश दिया है।मामले में एक गुट के लक्ष्मी विश्वकर्मा के पुत्र को हिरासत में लिया गया है। हालांकि इसके बाद भी विवाद थम जाए ऐसी उम्मीद नहीं किया जा रहा है। बताया जाता है कि बीसीसीएल के लोयाबाद कोलियरी प्रबंधन द्वारा आवास विवाद खत्म करने के लिए यहाँ एक आवास को ध्वस्त किया था।
बीसीसीएल के लचर व्यवस्था के चलते विवादित क्वार्टर तीन लोगों के नाम एलॉटमेंट बना दिया गया था।मामला हाई लेबल तक पहुँचने के बाद आला अधिकारियों ने क्वार्टर ध्वस्त कर विवाद को जड़ से खत्म करने की कोशिश की गई थी। पर क्वार्टर ध्वस्त के बाद लोगों को की नजर अब खाली जमीन पर टिकी हुई है और दिन-प्रतिदिन विवाद गहराता जा रहा है।
एक पक्ष के लक्ष्मी विश्वकर्मा का कहना है कि गाँव के दो लोग इस जमीन को हड़पने की साजिश रच रहे है। दोनों इस जगह पर अपनी कार की पार्किंग स्थल बनाना चाहते है। ये हम कभी होने नहीं देंगे।
वहीं गाँव के लोगों का कहना है कि ऐसी कोई बात नहीं है। यह खाली जगह पर गाँव के ही सार्वजनिक कामो के लिए उपयोगी हेतु बनाने की बात चल रही है। और लक्ष्मी विश्वकर्मा केवल अपने फायदे के लिए जगह हड़पना चाह रहे है। कहा कि लक्ष्मी विश्वकर्मा पहले एक दरवाजा बनाया।
दरवाजा बनाने के शिकायत पुलिस और स्थानीय प्रबन्धन से गाँव वाले ने पहले ही कर चुकी थी। इस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई।तो लक्ष्मी ने रविवार को दूसरी जगह पर खिड़की बनाना शुरू किया।फिर देखा देखी पड़ोसी पापुन भट्टाचार्य ने भी खिड़की खोंलना शुरू कर दिया।
एक पक्ष के लक्ष्मी विश्वकर्मा के वजह से विवाद उत्पन्न हुआ है।उसके पुत्र को थाना लाया गया है।विवादित दरवाजा और खिड़कियाँ दोनों पक्षों को बन्द करने को कहा गया है। नहीं माना तो केस कर जेल भेजेंगे। रमेशचंद्र सिंह थाना प्रभारी लोयाबाद